तिरुवनंतपुरम, 23 दिसंबर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व सचिव शाजी प्रभाकरन ने अध्यक्ष कल्याण चौबे के खिलाफ ‘अनैतिक आचरण’ के कारण हु ए वित्तीय नुकसान को लेकर एआईएफएफ, एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) और फीफा (फुटबॉल की वैश्विक संचालन निकाय) की ‘नैतिक समितियों’ में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है।
प्रभाकरण के आरोपों पर प्रतिक्रिया की जब ‘पीटीआई’ ने चौबे से संपर्क किया तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
चौबे के खिलाफ प्रभाकरण के आरोपों में हितों का टकराव, एआईएफएफ को वित्तीय और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना, एक राजनीतिक पदाधिकारी द्वारा रिश्वतखोरी का प्रयास, गलत सूचना, अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने के लिए एआईएफएफ के मंचों का उपयोग और प्रशासनिक मामलों में हस्तक्षेप के साथ कर्मचारियों का विश्वास खोना शामिल है।
प्रभाकरण ने ‘पीटीआई वीडियो’ से यहां कहा कि वह इस मुद्दे का तार्किक निष्कर्ष निकालने के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न मंचों पर इन मुद्दों को उठाने के बाद आचरण समिति में औपचारिक शिकायत दर्ज करने के लिए मैंने एक साल से अधिक समय तक इंतजार किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह संस्था की जिम्मेदारी है कि वह मामले की जांच कर उन्हें बेदाग साबित करें। मैंने काफी इंतजार किया लेकिन इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसलिए मैंने औपचारिक रूप से शिकायत करने के बारे में सोचा। मुझे उम्मीद है कि एएफसी और फीफा इस पर कार्रवाई करने के साथ मामले की जांच करेंगे।’’
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