मुंबई, 18 दिसंबर विदेशी कोषों की खरीदारी का सिलसिला जारी रहने के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में लगातार छठे कारोबारी सत्र में बढ़त दर्ज हुई तथा सेंसेक्स और निफ्टी अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में लाभ से बाजार धारणा को बल मिला।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 47,026.02 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर गया। अंत में सेंसेक्स 70.35 अंक या 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46,960.69 अंक पर बंद हुआ, जो इसका नया रिकॉर्ड है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 19.85 अंक या 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 13,760.55 अंक के अपने नए रिकॉर्ड पर बंद हुआ।
एक्सेंचर पीएलसी के उम्मीद से बेहतर नतीजों से आईटी शेयर चमक में रहे।
सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस का शेयर सबसे अधिक 2.64 प्रतिशत चढ़ गया। बजाज ऑटो, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक, टाइटन, एशियन पेंट्स और टीसीएस के शेयर भी लाभ में रहे।
वहीं दूसरी ओर इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, एचडीएफसी बैंक, मारुति, बजाज फिनसर्व और भारती एयरटेल के शेयरों में 3.30 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 861.68 अंक या 1.86 प्रतिशत तथा निफ्टी 246.70 अंक या 1.82 प्रतिशत के लाभ में रहा।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की खरीदारी का सिलसिला जारी है।
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों कें अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,355.25 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस महीने एफपीआई प्रत्येक कारोबारी सत्र में शुद्ध लिवाल रहे हैं। नवंबर में एफपीआई ने 60,358 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश किया था।
रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख-रणनीति विनोद मोदी ने कहा कि बैंकिंग शेयरों में सुधार से घरेलू शेयर बाजार दिन के निचले स्तर से उबरकर लाभ में बंद हुए। उन्होंने कहा, ‘‘आईटी सूचकांक का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। कई आईटी शेयरों में जबर्दस्त खरीदारी देखने को मिली। एक्सेंचर के उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन की वजह से आईटी शेयर मांग में रहे।’’
उन्होंने कहा कि विदेशी कोषों के रिकॉर्ड प्रवाह से इस समय बाजार को समर्थन मिल रहा है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल हैं। ‘‘कंपनियों की आमदनी में सुधार की उम्मीद, टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर संतोषजनक प्रगति और कोविड-19 संक्रमण से पीड़ित लोगों में सुधार की दर बढ़ने तथा कमजोर डॉलर की वजह से भी भारतीय शेयर एफपीआई का निवेश आकर्षित कर रहे हैं।’’
हालांकि, व्यापक बाजार रुख के उलट बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.35 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहा। वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग के हैंगसेंग और जापान के निक्की में गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख था।
इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.35 प्रतिशत के नुकसान से 51.32 प्रति डॉलर पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया तीन पैसे की बढ़त के साथ 73.56 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
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