बेंगलुरु, 19 अक्टूबर उत्तरी कर्नाटक में भीमा नदी के खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं और कलबुर्गी, विजयपुरा, यादगीर तथा रायचुर जिलों में बड़ी संख्या में गांव अब भी जलमग्न हैं, वहीं 35,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार महाराष्ट्र में भारी बारिश और वहां बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण 14 अक्टूबर से भीमा नदी में पानी पूरे उफान पर है।
कृष्णा की सहायक नदी ने कलबुर्गी, विजयपुरा, यादगीर और रायचुर में तबाही मचा दी है और इन इलाकों में रुक-रुककर बारिश भी हो रही है।
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) के अधिकारियों ने कहा कि चार जिलों में 97 गांव बुरी तरह प्रभावित हैं और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
केएसएनडीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक 36,290 लोगों को निकाला गया है। हमने 174 राहत शिविर खोले हैं जहां 28,007 लोग रह रहे हैं।’’
सूत्रों के अनुसार सेना और आपदा मोचन बल के जवान बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के काम में लगे हुए हैं।
इस बीच, बेंगलुरु में रविवार रात से हो रही भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गयी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शहर में हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड स्थित वेधशाला में आज सुबह 8.30 बजे तक पूरी हुई 24 घंटे की अवधि में 39.6 मिलीमीटर बारिश मापी गयी।
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