बेंगलुरु, 10 अगस्त कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 4,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त विशेष सहायता मुहैया कराने का अनुरोध किया है ।
गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा, ‘‘शुरुआती आकलन के मुताबिक 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है । यह आरंभिक आकलन है क्योंकि बारिश अभी हो ही रही है । इसके लिए समुचित समीक्षा की जाएगी।’’
देश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की।
इस बैठक में हिस्सा लेने के बाद बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक को 2019 में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ था और फिर कोरोना वायरस महामारी आ गयी ।
उन्होंने कहा कि बाढ़ की मौजूदा स्थिति को देखते सरकार ने केंद्र को एनडीआरएफ प्रावधानों से अलग 4,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त विशेष सहायता देने का अनुरोध किया ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए प्रधानमंत्री से कर्नाटक को एसडीआरएमएफ की अगली किस्त के तौर पर 395 करोड़ रुपये भी जारी करने का अनुरोध किया । ’’
उन्होंने कहा कि यह शुरुआती आकलन है और आगामी दिनों में केंद्र को विस्तृत ज्ञापन दिया जाएगा ।
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की गैर मौजूदगी में बोम्मई के साथ राजस्व मंत्री आर अशोक ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया ।
मुख्यमंत्री कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे ।
अशोक ने कहा कि राज्य सरकार हालात से निपटने के लिए उपलब्ध कोष का इस्तेमाल करेगी और केंद्रीय कोष मिलने तक इसके जरिए प्रभावित लोगों की मदद करेगी ।
मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से कर्नाटक में मलनाड, तटीय तथा कुछ अन्य हिस्से प्रभावित हुए हैं । कम से कम 12 जिले प्रभावित हुए हैं और एक अगस्त से 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
बोम्मई ने कहा कि 56 तालुका और 885 गांव प्रभावित हुए हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती आकलन के मुताबिक 3,000 मकानों, 80,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर खड़ी फसल, 3500 किलोमीटर की सड़क के साथ ही बिजली के आधारभूत ढांचे, पुलों, लघु सिंचाई टैंकों आदि को नुकसान हुआ है।’’
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