बेंगलुरू, 22 अक्टूबर बेंगलुरू में मंगलवार को वर्षाजनित विभिन्न घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई जहां पिछले तीन दिन से लगातार बारिश के कारण कई आवासीय क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है और सड़कों पर जलभराव हो गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भारी बारिश के बाद एक इमारत ढहने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि केंगेरी झील में दो बच्चे डूब गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इमारत ढहने वाली जगह से चौदह लोगों को बचा लिया गया जबकि तीन लोग अब भी लापता हैं।
अधिकारियों ने बुधवार को स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की पांच टीम को मंगलवार को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया, जिसमें सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक येलाहांका भी शामिल है।
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के अनुसार मंगलवार आधी रात से मंगलवार सुबह छह बजे तक सिर्फ छह घंटों में येलाहांका में 157 मिलीमीटर (छह इंच) बारिश हुई।
बारिश से तबाह बेंगलुरु में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। वहीं सड़कों पर गड्ढों से जुड़ी घटनाओं की खबरें भी सामने आई हैं, जिससे लोगों में आक्रोश है। विपक्षी दलों ने भी इस स्थिति के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हमला बोला है।
विपक्षी जद (एस) ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "आह, बेंगलुरू का एक और दिन... कांग्रेस सरकार की गलतियों के कारण बारिश ने बेंगलुरू के विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे को मिनी वेनिस में बदल दिया! सिद्धरमैया और शिवकुमार को उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए बधाई - बेंगलुरू वास्तव में भविष्य की ओर बढ़ रहा है। शायद अगले कार्यकाल में हम सड़कों के बजाय नावों में निवेश कर सकते हैं?"
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा: "आपने मीडिया में देखा होगा कि दुबई और दिल्ली में क्या हो रहा है। दिल्ली में प्रदूषण है और दुबई में बारिश हो रही है जो कि सूखाग्रस्त क्षेत्र है। देश के कई हिस्सों में ऐसी ही स्थिति है। हम इससे निपट रहे हैं।"
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के मुख्य आयुक्त तुषार गिरिनाथ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले निवासियों से मिलने के लिए घुटनों तक पानी में पैदल चल कर गए।
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