रांची, नौ अप्रैल झारखंड में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या एक दिन में ही तिगुनी होकर 13 तक पहुंच गयी है जहां बोकारो में कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग की मौत हो गयी जो राज्य में कोविड-19 से मौत का पहला मामला है। राज्य में अब तक मिले 13 रोगियों में 12 मामले तबलीगी जमात से जुड़े बताये जाते हैं। संक्रमण के चलते राज्य में लॉकडाउन बढ़ने की संभावना बढ़ गयी है।
झारखंड के स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा है कि अब राज्य में स्थिति कठिन अवश्य हो गयी है लेकिन यह नियंत्रण के बाहर नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी ताकत से इस बीमारी से लड़ने का प्रयास कर रही है।
राज्य में कोरोना से पहली मौत का मामला बोकारो के गोमिया प्रखंड में साड़म से आया जहां बुधवार देर रात दो बजे 72 वर्षीय एक वृद्ध की कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गयी।
उसके बाद चिकित्सा दल गांव पहुंचा और वहां पूरे इलाके का सैनेटाइजेशन किया जा रहा है और
गांव के सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। गांव में दहशत का माहौल है।
दूसरी ओर बोकारो में ही बांग्लादेश और फिर दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में गयी कोरोना संक्रमित महिला की दो पोतियां और उसका देवर भी कल देर रात कोरोना संक्रमित पाये गये। उन्हें बोकारो के जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस प्रकार बोकारो में ही कोरोना संक्रमितों तथा मृतकों की संख्या मिलाकर कुल पांच हो गयी है और ये सभी तबलीगी जमात के संपर्क में आये बताये गये हैं। संक्रमित महिला बोकारो
के चंद्रपुरा प्रखंड के तेलो गांव की रहने वाली थी।
इस बीच कल देर रात रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे लोगों के कारण कोरोना संक्रमित पांच नये लोगों का पता चला है जिससे रांची में ऐसे कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या अब सात हो गयी है।
यहीं से 31 मार्च को राज्य का पहला कोरोना संक्रमित मामला उस समय पाया गया था जब निजामुद्दीन मरकज से लौटी एक मलेशियाई महिला हिंदपीढ़ी की बड़ा मस्जिद से कोरोना पॉजिटिव पायी गयी थी। उसे यहां रिम्स में भर्ती कराया गया है।
रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हिंदपीढ़ी में कल देर रात कोरोना संक्रमित पाये गये पांचों नये मामले यहां से छह अप्रैल को कोरोना संक्रमित पायी गयी 54 वर्षीया महिला के परिजनों से जुड़े हैं। किडनी के रोग से ग्रस्त यह महिला स्वयं रांची में मलेशिया मूल की उस महिला के संपर्क में आकर संक्रमित हुई थीं जो दिल्ली में निजामुद्दीन की तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होकर यहां आयी थी।
रांची के सिविल सर्जन वीबी प्रसाद ने बताया कि हिंदपीढ़ी में संक्रमित पाये गये पांच नये
व्यक्तियों की रिपोर्ट कल देर रात आयी।
उपायुक्त राय महिमापत रे ने बताया कि रांची में जिन पांच लोगों को कल कोरोना संक्रमित पाया गया है उन सभी के संपर्क में आने वाले सभी लोगों का पता प्रशासन ने आनन फानन में लगा लिया है और ऐसे लोगों को पृथक रखकर उनका स्वाब सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि हिंदपीढ़ी की जिस 54 वर्षीया महिला को छह अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाया गया था उसका इलाज बरियातू इलाके में एक क्लीनिक में चल रहा था। क्लीनिक के संचालक एवं कर्मचारियों को भी पृथक रखा गया है। इतना ही नहीं क्लीनिक में भर्ती 23 मरीजों को भी पृथकवास के लिए रिम्स में भर्ती कर दिया गया है।
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने बताया कि हिंदपीढ़ी में पांच नये कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद पूरे इलाके में और 72 घंटे के लिए धारा 144 पूरी सख्ती से लागू की जायेगी। वहां से किसी को कहीं आने जाने की इजाजत नहीं होगी।
इसके अलावा हजारीबाग के विष्णुगढ़ में पहले से ही दो अप्रैल को एक कोरोना संक्रमित मरीज पाया जा चुका है। जो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से यहां पहुंचा था।
इस प्रकार राज्य में अब कुल मिलाकर ज्ञात कोरोना संक्रमितों की संख्या चार से बढ़कर यकायक 13 हो गयी है जिनमें एक बुजुर्ग की मौत हो गयी है तथा बारह अन्य विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
राज्य में अब तक कोरोना संक्रमित पाये गये 13 लोगों में 12 का कहीं न कहीं से दिल्ली में निजामुद्दीन जमात के मरकज से संबन्ध पाया गया है जिसके चलते राज्य प्रशासन और सतर्क हो गया है और उसने जमात के शेष लोगों से शीघ्रातिशीघ्र सामने आकर जांच करवाने की अपील की है।
इस बीच राज्य प्रशासन की चिंता बढ़ाते हुए आज तड़के गढ़वा के कुशदंड
पृथकवास केन्द्र से छह लोगों के भाग जाने की सूचना प्राप्त हुई है। पुलिस फरार लोगों की तलाश कर रही है। लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल सका है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने राज्य में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर चिंता व्यक्त की है और यहां 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिये हैं। हालांकि इस मामले में फैसला देश की स्थिति को देखते हुए 14 अप्रैल को ही लिये जाने की संभावना व्यक्त की गयी है।
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