अमृतसर (पंजाब), 30 सितम्बर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पंजाब में अपना ‘रेल रोको’ आंदोलन बुधवार को सातवें दिन भी जारी रखा।
किसानों ने अगले महीने से अपना आंदोलन तेज करने और ‘रेल रोको’ आंदोलन अनिश्चित अवधि के लिए चलाने का निर्णय किया है।
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किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के बैनर तले किसान 24 सितम्बर से राज्य में विभिन्न स्थानों पर रेल पटरियों पर बैठे हुए हैं।
किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया है और वे टांडा, मुकेरियां, जालंधर, अमृतसर और फिरोजपुर में रेल पटरियों को अवरुद्ध करना जारी रखेंगे।
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किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के राज्य महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र के कृषि कानूनों का उद्देश्य कुछ निजी इकाइयों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने दावा किया, ‘‘निजी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी।’’
बठिंडा में, कुछ पंजाबी गायक भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने तीन ‘‘किसान विरोधी’’ कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
रेलवे ने किसानों के आंदोलन को देखते हुए पंजाब में ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
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