लखनऊ, छह फरवरी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि किसानों की आय बढ़ाने में कृषि की लागत कम करते हुए उत्पादन में बढ़ोत्तरी तथा कृषि विविधीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है, इससे किसानों की आय तेजी से बढे़गी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद झांसी की एक छात्रा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि गत माह वहां स्ट्रॉबेरी महोत्सव आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन देश व प्रदेश के लिए नया सन्देश है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां राज भवन में तीन दिवसीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2021 का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड में स्ट्रॉबेरी की सफलतापूर्वक खेती के लिए झांसी की इस छात्रा गुरलीन चावला के प्रयासों की सराहना की थी। एक अन्य किसान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उसने डेढ़ एकड़ क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की फसल उगाई, जिसमें उसकी लागत छह लाख रुपये आयी, जबकि फसल 40 लाख रुपये में बिकी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार विविधीकरण के माध्यम से उस किसान को 34 लाख रुपसे की आय हुई।
उन्होंने कहा कि किसान इस प्रकार के नए प्रयोगों और कृषि विविधीकरण से अपनी आय में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। उन्होंने ड्रैगन फ्रूट और ब्लैक राइस उगाने वाले किसानों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ब्लैक राइस उगाने वाले किसानों को उनकी उपज का मूल्य 700 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
आदित्यनाथ ने राजभवन में इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुये कहा, ‘‘जैविक खेती में अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं। इसे बढ़ावा देना वर्तमान समय की मांग है। जैविक खेती अपनाने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के किसानों की आय को दोगुना करने के सपने को पूरा किया जा सकता है। केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। किसानों को डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिया जा रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसान बेहद मेहनती हैं, उन्होंने कोरोना काल के दौरान भी मेहनत में कोई कमी नहीं की। किसानों की मेहनत से आज देश और प्रदेश में अनाज का प्रचुर भण्डार मौजूद है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘आत्म निर्भर भारत’ अभियान में किसान अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रदेश में 119 चीनी मिलों का संचालन किया गया। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की मेहनत से आज भारत प्रचुर मात्रा में चीनी का निर्यात कर रहा है, इसमें उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का भी बड़ा योगदान है।
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