नयी दिल्ली, चार फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष पर कोविड टीके की तरह ही न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि यदि ‘फर्जी समाजवादी’ सत्ता में आ गये तो वे केंद्र द्वारा किसानों एवं गरीबों को दिये जाने वाले लाभों को रोक देंगे।
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) को ‘‘कागजी और परिवारवादी’’ बताते हुए कहा कि यदि वह सत्ता में लौटती है तो उत्तर प्रदेश में ‘‘बर्बादी’’ लेकर आएगी और ‘‘दंगाई मानसिकता’’ वाले बेखौफ हो जाएंगे तथा मौजूदा सरकार की सख्तियों का बदला राज्य की बहन-बेटियों से लेंगे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के किसानों को भी विरोधी दलों से आगाह किया और कहा कि यदि इनकी (सपा की) सरकार आ गई तो एक ओर जहां वह केंद्र से मिलने वाली हजारों करोड़ रुपये की मदद पर ब्रेक लगा देंगे, वहीं दूसरी ओर गरीब के कल्याण की सभी योजनाओं पर चीनी मिल की तरह ताला लगा देंगे।
हाल के दिनों में प्रधानमंत्री की यह दूसरी डिजिटल रैली थी। उन्होंने गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, अलीगढ़ एवं नोएडा जिलों में फैले 23 विधानसभा क्षेत्रों पर अपना संबोधन केंद्रित किया, जहां बड़ी संख्या में किसान मतदाता हैं। उत्तर प्रदेश में पहले चरण का विधानसभा चुनाव 10 फरवरी को है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पहले मतदान , फिर जलपान।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत राजा महेंद्र प्रताप सिंह, चौधरी चरण सिंह और कल्याण सिंह के अलावा आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की। उन्होंने कहा कि इस बार का उत्तर प्रदेश का चुनाव सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि की पहचान को बनाए रखने के लिए है।
समाजवादी पार्टी द्वारा कथित तौर पर अपराधियों को टिकट दिए जाने का मुद्दा छेड़ते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इन्होंने कैसे-कैसे लोगों को टिकट दिया है। लोकतंत्र में जो लाज शर्म नाम की चीज चाहिए थी, वह भी छोड़ दिया। ऐसे-ऐसे लोगों को टिकट दिया है... इसी से आपको उनके भावी इरादों का पता चल जाएगा।’’
प्रदेश की जनता से भारी संख्या में मतदान करने की अपील कर भाजपा को जीताने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव ‘‘हिस्ट्रीशीटर्स’’ को बाहर रखने की ‘‘हिस्ट्री’’ बनाने के लिए और साथ ही दंगाइयों व माफियाओं को पर्दे के पीछे से सत्ता हथियाने से रोकने का भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद उत्तर प्रदेश ने अनेक चुनाव देखे और अनेक सरकारों को बनते-बिगड़ते देखा है, लेकिन यह चुनाव सबसे अलग है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव उत्तर प्रदेश में शांति के स्थायित्व के लिए है, विकास की निरंतरता के लिए है, प्रशासन में सुशासन के लिए है, उत्तर प्रदेश के लोगों के तेज विकास के लिए है। यह चुनाव सुरक्षा सम्मान और समृद्धि की पहचान को बनाए रखने के लिए है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव हिस्ट्रीशीटर को बाहर रखने के लिए नई हिस्ट्री बनाने के लिए है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने यह मन बना लिया है कि दंगाइयों को, माफियाओं को, पर्दे के पीछे रहकर उत्तर प्रदेश की सत्ता हथियाने नहीं देंगे।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के मतदाता अच्छी तरह से समझते हैं कि उद्योगों और व्यापार-कारोबार के लिए कानून व्यवस्था का राज होना कितना जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई सोच नहीं सकता था कि उत्तर प्रदेश में कभी अपराधी और माफिया काबू में आएंगे, लेकिन योगी जी ने कानून का राज स्थापित किया। गुंडागर्दी करने वालों को यह समझ आ आया है कि 21वीं सदी में उत्तर प्रदेश को लगातार ऐसी सरकार चाहिए, जो दोगुनी तेजी से काम करे और दोगुनी तेजी से विकास करे। यह काम ‘डबल इंजन’ की सरकार ही कर सकती है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका उत्तर प्रदेश का पहला दौरा मेरठ का ही हुआ था और मौसम खराब होने की वजह से उन्हें सड़क मार्ग से वहां पहुंचना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि मेरठ एक्सप्रेस-वे की वजह से वह महज एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच गए थे।
ज्ञात हो कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों में भाजपा के प्रति रोष की खबरें आ रही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री ने उनके मुद्दों पर भी विस्तार से अपनी बात रखी और क्षेत्र की जनता को आगाह किया कि यदि समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है तो उन्हें क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन पार्टियों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म हो जाएगा का अफवाह फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन राज्य में ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार ने 2017 से पहले की अपेक्षा एमएसपी पर खरीद में कई गुणा अधिक वृद्धि की है और इस वर्ष भी देश के किसानों को लाखों करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में मिलने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार को खेती और किसान के वर्तमान और भविष्य की चिंता है और इसलिए कृषि का बजट पिछली सरकारों की तुलना में आज छह गुना हो चुका है तथा पीएम सम्मान निधि के 70 हज़ार करोड़ रुपये में से बहुत बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश के छोटे किसानों को मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ये कागजी समाजवादी, जो शत प्रतिशत परिवारवादी हैं और इनके सहयोगी इतने सालों तक सत्ता में रहे, लेकिन खेती की समस्या और किसानों की परेशानी को इन्होंने समझा ही नहीं। दशकों से खेती की जो व्यवस्था चली आ रही थी, जिससे किसान परेशान था, उसको सुधारने का साहस इन्होंने जुटाया ही नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर इन्हें मौका मिल गया तो किसानों को मिल रही हजारों करोड़ रुपये की मदद ये नकली समाजवादी बंद करा देंगे। किसानों के बैंक अकाउंट में जो एमएसपी का पैसा जा रहा है, ये नकली समाजवादी उसे भी रोक देंगे। आपको इस कोरोना काल में जो मुफ्त राशन मिल रहा है, ये नकली समाजवादी उसे भी छीन लेंगे।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘गरीबों को 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की जो सुविधा हमारी सरकार ने दी, ये उसे भी बंद करा देंगे। गरीबों के, दलितों के, पिछड़ों के बच्चों को जो स्कॉलरशिप मिलती है, ये नकली समाजवादी उसे भी हड़प जाएंगे। गरीब के कल्याण की सभी योजनाओं पर ये चीनी मिलों की तरह ताला लगा सकते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि राशन माफिया से लेकर कमीशन माफिया तक, ठेका माफिया से लेकर खनन माफिया तक ‘‘नकली समाजवादी’’ पूरी तरह परिवारवादी हो जाएंगे और फिर वह तो पुराने अवतार में आने के लिए तैयार बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में कानून का राज कायम हुआ है और इसके लिए पुलिस में लगभग डेढ़ लाख भर्तियां हुई हैं, जिनमें 20,000 से अधिक तो राज्य की बेटियां हैं।
उन्होंने कहा कि दंगाई, आए दिन बंदूक व चाकू की नोंक पर ‘‘खेल करने वाले लोग’’ योगी सरकार को सहन नहीं कर सकते और वह पूरी ताकत लगा देंगे कि भाजपा फिर से सत्ता में ना आए।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर इस प्रकार के तत्व अपना खेल खेलने में थोड़े से भी सफल हुए...तो वह पहले से ज्यादा बेखौफ हो जाएंगे... बर्बादी लेकर आएंगे... ऐसे लोगों को कभी सफल नहीं होने देना है। इसके लिए योगी की सरकार बहुत जरूरी है।’’
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान दबंग और दंगाई मानसिकता वालों के माथे पर कानून की तलवार लटकती थी और इसके कारण इनके गोरखधंधे में मुसीबतें आईं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका बदला वे लोग उत्तर प्रदेश की बहन बेटियों से लेना चाहते हैं।’’
कोरोना के दौरान बेहतर प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों को पहली और 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उत्तर प्रदेश के लोगों का उन लोगों को करारा जवाब है, जो अफवाह फैलाकर टीकों पर सवाल खड़े करते थे।’’
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