नागपुर, 24 दिसंबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को संकल्प लिया कि बीड जिले में किसी भी व्यक्ति को लोगों को धमकाने की इजाजत नहीं दी जाएगी, जहां हाल ही में एक गांव के सरपंच की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि विपक्ष हर घटना का राजनीतिकरण करना चाहता है।
वह इस मामले में स्थानीय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता वाल्मीक कराड की गिरफ्तारी की मांग करने वाले राज्य भाजपा विधायक सुरेश धास के बारे में एक संवाददाता के सवाल का जवाब दे रहे थे। धास ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री को खुद जिले का प्रभारी मंत्री बनना चाहिए।
फडणवीस ने कहा कि वह उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर तय करेंगे कि प्रभारी मंत्री कौन बनेगा।
मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है और उन्होंने कहा,‘‘बीड में किसी को भी गुंडे की तरह काम करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’’
राकांपा (शरदचंद्र पवार) सांसद सुप्रिया सुले के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि उन्हें बीड और परभणी की घटनाओं के बाद राज्य में डर लगता है, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि महाराष्ट्र देश के किसी भी राज्य की तुलना में अधिक सुरक्षित है। यह शोभा नहीं देता (विपक्ष को) कि हर घटना का राजनीतिकरण किया जाए। वे हर घटना का राजनीतिकरण करना चाहते हैं और समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करना चाहते हैं।’’
बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का एक टोल बूथ के पास से अपहरण कर लिया गया था और कुछ लोगों ने नौ दिसंबर को उन्हें यातना देकर मार डाला था। पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
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