आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2021 में वस्तु आयात 84.75 प्रतिशत बढ़कर 56.38 अरब डॉलर हो गया। एक साल पहले इसी महीने में यह 30.52 अरब डॉलर रहा था। यह सितंबर 2019 की तुलना में भी 49.58 प्रतिशत अधिक है, तब आयात 37.69 अरब डॉलर था।
सितंबर में व्यापार घाटा 22.94 अरब डॉलर रहा। इसका कारण सोने के आयात में उछाल है। यह करीब 750 प्रतिशत बढ़कर 5.11 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर तिमाही के दौरान व्यापार घाटा (आयात और निर्यात के बीच का अंतर) 78.81 अरब डॉलर का हो गया।
मंत्रालय ने कहा, "सितंबर, 2021 में वस्तुओं का निर्यात बढ़कर 33.44 अरब डॉलर का हो गया, जो सितंबर 2020 में 27.56 अरब डॉलर के निर्यात के मुकाबले 21.35 प्रतिशत तथा सितंबर 2019 में 26.02 अरब डॉलर के निर्यात की तुलना में 28.51 प्रतिशत अधिक है।"
इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात माह के दौरान सितंबर 2020 की तुलना में 36.7 प्रतिशत बढ़कर 9.42 अरब डॉलर रहा। वहीं पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 39.32 प्रतिशत उछलकर 4.91 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आंकड़े के अनुसार रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 19.71 प्रतिशत बढ़कर 3.23 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान दवाइयों के निर्यात में हालांकि 8.47 प्रतिशत की कमी देखी गई।
सितंबर में देश का कच्चे तेल का आयात करीब 200 प्रतिशत बढ़कर 17.436 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
मंत्रालय ने कहा कि सितंबर में गैर-पेट्रोलियम निर्यात का मूल्य 28.53 अरब डॉलर रहा। इसमें सितंबर 2020 की तुलना में 18.72 प्रतिशत और सितंबर 2019 के मुकाबले 26.32 प्रतिशत का उछाल आया है।
आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2021 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात का मूल्य 18.59 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 25.29 अरब डॉलर रहा।
वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2021) में निर्यात 197.11 अरब डॉलर रहा, जो इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में 125.61 अरब डॉलर के मुकाबले 56.92 प्रतिशत और अप्रैल-सितंबर 2019 की तुलना में 23.84 प्रतिशत अधिक है।
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