विदेश की खबरें | यूरोपीय नेता रूस पर 30 दिवसीय युद्ध-विराम के लिए बनाए जा रहे दबाव के बीच कीव पहुंचे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड और ब्रिटेन के नेता कीव के रेलवे स्टेशन पर एक साथ पहुंचे, जहां उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। इसके तुरंत बाद उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह के दौरान कीव के स्वतंत्रता चौक पर शहीद हुए यूक्रेनी सैनिकों की याद में निर्मित अस्थायी ध्वज स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

यह पहली बार है, जब चारों देशों के नेता एक साथ यात्रा करके यूक्रेन पहुंचे। फ्रेडरिक मर्ज जर्मनी के नये चांसलर के रूप में पहली बार यूक्रेन की यात्रा कर रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ-साथ यूरोपीय नेता रूस पर 30 दिन के युद्ध-विराम पर सहमत होने का दबाव बना रहे हैं, ताकि संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता हो सके।

अमेरिका ने मार्च में युद्ध में तत्काल 30 दिन के युद्ध-विराम का प्रस्ताव रखा था, जिसे यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन क्रेमलिन ने अपनी पसंद के अनुसार युद्ध-विराम की शर्तों पर अधिक जोर दिया।

नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘हम शांति समझौते के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के आह्वान के प्रति अपना समर्थन दोहराते हैं और रूस से आग्रह करते हैं कि वह स्थायी शांति सुनिश्चित करने के प्रयासों में बाधा डालना बंद करे।’’

नेताओं ने कहा, “अमेरिका और हम रूस से न्यायपूर्ण एवं स्थायी शांति के वास्ते वार्ता के लिए जगह बनाने की खातिर 30 दिन के पूर्ण और बिना शर्त युद्ध-विराम पर राजी होने का आह्वान करते हैं।”

यूक्रेनी राष्ट्रपति के सहयोगी आंद्रेई यरमक ने अपने ‘टेलीग्राम’ चैनल पर लिखा, ‘‘बहुत काम है, चर्चा के लिए बहुत सारे विषय हैं। हमें इस युद्ध को न्यायपूर्ण शांति के साथ समाप्त करने की आवश्यकता है। हमें मॉस्को को युद्ध-विराम पर राजी होने के लिए मजबूर करना होगा।’’

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