नयी दिल्ली, 16 अक्टूबर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से आयोजित एक सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में विकास के मुद्दों, संविधान के 'अमृत महोत्सव' और आपातकाल के संदर्भ में लोकतंत्र की 'हत्या की कोशिश' के 50 साल पूरे होने पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसे हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की उल्लेखनीय जीत के बाद विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस पर सत्तारूढ़ गठबंधन के नए हमले के रूप में देखा जा रहा है।
भाजपा ने एक बयान में कहा, "इस कार्यक्रम का एक व्यवस्थित एजेंडा होगा जिसमें राष्ट्रीय विकास के मुद्दे शामिल होंगे। इसमें संविधान का अमृत महोत्सव मनाने और लोकतंत्र की हत्या के प्रयास की 50वीं वर्षगांठ जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी।"
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भी चर्चा का नेतृत्व करेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नए कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद सम्मेलन शुरू हो जाएगा।
बयान में कहा गया कि भाजपा के 13 मुख्यमंत्री और 16 उपमुख्यमंत्री हैं जबकि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, सिक्किम, नगालैंड और मेघालय के मुख्यमंत्री सहयोगी दलों से हैं। पिछले कई वर्षों में इस तरह का राजग मुख्यमंत्रियों का यह पहला सम्मेलन होगा।
महाराष्ट्र और झारखंड में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हरियाणा में मिली जीत से भाजपा उत्साहित है। वह अपने सहयोगियों को साथ लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। दोनों राज्यों में राजग का मुकाबला 'इंडिया' गठबंधन से है।
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