मालदा (प.बंगाल), 20 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग सात चरणों में लोकसभा चुनाव इसलिए करा रहा है ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगी देश के संसाधनों का इस्तेमाल करके व्यापक स्तर पर चुनाव प्रचार कर सकें।
मालदा उत्तर सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार प्रसून बनर्जी के समर्थन में मालदा जिले के गाजोल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में निर्धारित किए गए हैं ताकि मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगी हर चरण से पहले देशभर में विशेष विमानों से यात्रा कर सकें।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पहले चुनाव मई तक समाप्त हो जाते थे, लेकिन इस वर्ष इसे एक जून तक खींचा गया है ताकि मोदी सैन्य विमानों से विभिन्न स्थानों का दौरा कर सकें जबकि हमें हेलीकॉप्टर सहित अपने स्वयं के परिवहन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है और इनमें से भी अधिकतर की बुकिंग भाजपा ने करा लिया है जिससे हमारे लिए यह विकल्प भी सीमित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को चिलचिलाती गर्मी से काफी असुविधा हो रही है, लेकिन मोदी इससे बेफिक्र हैं क्योंकि वे (भाजपा नेता) सभी सुविधाओं के साथ वीवीआईपी तरीके से चुनाव प्रचार कर रहे हैं।’’
बनर्जी ने कहा कि हालांकि चुनाव की घोषणा के बाद नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय मंत्रिपरिषद एक कार्यवाहक कैबिनेट है और प्रशासनिक तंत्र निर्वाचन आयोग के हाथों में है लेकिन आयोग ‘‘मोदी और उनकी पार्टी के सहयोगियों द्वारा तय की गई लाइन पर ही चल रहा है’’।
पश्चिम बंगाल के भाजपा और कांग्रेस सांसदों पर निशाना साधते हुए, बनर्जी ने आरोप लगाया कि 2019 में राज्य से चुने जाने के बावजूद, उनमें से किसी ने भी केंद्र द्वारा मनरेगा का धन जारी करने या प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने के संबंध में राज्य का मामला नहीं उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी ओर, हमारे (तृणमूल कांग्रेस) सांसदों के साथ तब दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जब वे पिछले साल नवंबर में मनरेगा की धनराशि जारी करने की मांग को लेकर दिल्ली गए थे।’’
बनर्जी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस पर राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सांसद महुआ मोइत्रा को मोदी सरकार के गलत कृत्यों और बड़े व्यापारिक घरानों से निकटता का पर्दाफाश करने के कारण संसद से निष्कासित कर दिया गया था। इस प्रतिशोधी सरकार द्वारा तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को निशाना बनाया गया।’’
भाजपा के 400 से अधिक सीट जीतने के लक्ष्य पर बनर्जी ने कहा, ‘‘वे 200 सीट भी नहीं जीतेंगे। दक्षिण और उत्तर के ज्यादातर राज्यों में उनका प्रदर्शन बहुत खराब रहेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सीबीआई, ईडी और एनआईए से नहीं डरते। भाजपा इन एजेंसियों का कितना भी इस्तेमाल करने की कोशिश कर ले, वह दिल्ली की सत्ता में वापस नहीं आएगी।’’
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