Parliament Security Lapse: सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस के आठ कर्मी निलंबित: सूत्र
संसद की सुरक्षा में चूक की घटना के सिलसिले में दिल्ली पुलिस के आठ कर्मियों को निलंबित किया गया है.
नयी दिल्ली, 14 दिसंबर : संसद की सुरक्षा में चूक की घटना के सिलसिले में दिल्ली पुलिस के आठ कर्मियों को निलंबित किया गया है. सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. निलंबित किए गए पुलिसकर्मी संसद भवन की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्ति पर थे तथा उनका काम आगंतुकों तथा मीडियाकर्मियों की जांच करना था. सूत्रों के अनुसार, निलंबित किए गए कर्मियों की पहचान रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र के रूप में की गई है. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ये सुरक्षाकर्मी संसद की सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन उनका कैडर नियंत्रण प्राधिकार वह संगठन है जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं, न कि लोकसभा सचिवालय.’’
दिल्ली पुलिस के कमियों को संसद परिसर के साथ-साथ भवन में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच के लिए तैनात किया जाता है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की जिम्मेदारी संसद की बाहरी सुरक्षा की होती है. संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया.
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.
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