नई दिल्ली, 15 जून: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने सरकारी सील और मुहर की कथित बरामदगी के मामले में धनशोधन के आरोपों पर मोहाली की एक कंपनी और इसके निदेशकों के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है . ईडी ने सोमवार को बताया कि सीबर्ड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक प्रीतपाल सिंह और गुरिंदर सिंह के खिलाफ पंजाब में धन शोधन रोकथाम कानून (PMLA) के लिए विशेष अदालत के सामने आरोपपत्र दाखिल किया गया. ईडी ने एक बयान में कहा है कि जांच एजेंसी ने पूर्व में दोनों की 6.93 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी .
मोहाली पुलिस द्वारा सरकारी एजेंसियों के जाली सील और मुहर तथा एक बंदूक की कथित बरामदगी के लिए 2017 में दो प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ईडी ने पीएमएलए का एक मामला दर्ज किया था. जांच में पाया गया कि प्रीतपाल सिंह और गुरिंदर सिंह विदेशी संस्थानों में मानक के मुताबिक वीजा चाहने वालों का फर्जी शैक्षणिक और वित्तीय दस्तावेज तैयार करते थे और वीजा लेने के लिए इसे विदेशी दूतावासों में सुपुर्द किया जाता था.
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एजेंसी ने दावा किया, "जांच में पाया गया कि छात्रों को वीजा के लिए विभिन्न दस्तावेजों में सौंपे गए विभिन्न बैंकों में फिक्सड डिपॉजिट, शैक्षणिक दस्तावेज, कृषि से आमदनी के प्रमाणपत्र और वोटर आईडी जैसे पहचान पत्र जाली थे." एजेंसी का आरोप है कि आरोपियों ने इस तरह से 7,56,40,000 रुपये जुटाए और इसके जरिए चल और अचल संपत्ति की खरीदारी की. ईडी ने कहा कि इस मामले में आगे जांच चल रही है.
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