खेल की खबरें | दलीप ट्रॉफी: गेंदबाजों ने दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ पश्चिम क्षेत्र का पलड़ा भारी किया

बेंगलुरू, 12 जुलाई गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत पश्चिम क्षेत्र ने बुधवार को यहां दलीप ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन दक्षिण क्षेत्र का स्कोर सात विकेट पर 182 रन करके अपना पलड़ा भारी रखा।

पश्चिम क्षेत्र ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और उसके गेंदबाजों ने आसमान में छाए बादलों का पूरा फायदा उठाया। खराब रोशनी और बारिश के कारण बुधवार को हालांकि 65 ओवर का ही खेल हो पाया।

केवल कप्तान हनुमा विहारी (130 गेंद में 63 रन) ही दक्षिण क्षेत्र की ओर से टिककर बल्लेबाजी कर पाए।

अर्जन नागवासवाला, चिंतन गजा और अतीत सेठ की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। तीनों ने गेंद से अच्छी मूवमेंट हासिल करते हुए दक्षिण क्षेत्र के सलामी बल्लेबाजों मयंक अग्रवाल (28) और आर समर्थ (07) को खुलकर बल्लेबाजी नहीं करने दी।

समर्थ का धैर्य जल्द ही जवाब दे गया और वह चिंतन की शॉर्ट गेंद को कट करने की कोशिश में विकेटकीपर हार्विक देसाई को कैच दे बैठे।

अग्रवाल और तिलक वर्मा (40) ने इसके बाद पारी का आगे बढ़ाया। अग्रवाल इस दौरान 159 पारियों में 7000 प्रथम श्रेणी रन पूरे करने में सफल रहे।

अग्रवाल अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहे और वह सेठ की गेंद पर ड्राइव खेलने की कोशिश में तीसरी स्लिप में सरफराज खान को कैच दे बैठे।

दक्षिण क्षेत्र के दोनों सलामी बल्लेबाज 42 रन तक पवेलियन लौट चुके थे। तिलक और विहारी ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 79 रन जोड़े और लंच तक टीम का स्कोर दो विकेट पर 100 रन तक पहुंचाया।

विहारी ने तीन घंटे से अधिक की अपनी पारी के दौरान पश्चिम क्षेत्र के गेंदबाजों का डटकर सामना किया। विहारी हालांकि जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब स्पिनर शम्स मुलानी की गेंद को विकेटों पर खेल गए।

नागवासवाला ने तिलक की पारी का अंत किया।

रिकी भुई (09), सचिन बेबी (07) और साई किशोर (05) दोहरे अंक में भी पहुंचने में नाकाम रहे।

दिन का खेल खत्म होने पर वाशिंगटन सुंदर नौ जबकि विजयकुमार विशाक पांच रन बनाकर क्रीज पर थे।

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