देश की खबरें | अफगानिस्तान से अमेरिका के निकलने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी में वृद्धि : शीर्ष नौसेना अधिकारी

मुंबई, 27 सितंबर भारतीय नौसेना के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान, खासकर हिन्द महासागर क्षेत्र से अमेरिकी सैनिकों के निकल जाने के बाद ‘परिमाण और आकार की दृष्टि से’ मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ी है।

पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल अजेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि हिन्द महासागर में चीन के कारोबारी जहाजों के अलावा उसके युद्धपोतों तथा शोध संबंधी जहाजों एवं मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मौजूदगी पिछले एक दशक में कई गुना बढ़ गयी है।

उन्होंने गत 24 फरवरी को शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को एक ‘ऐतिहासिक’ घटना करार दिया है, जिसने वैश्विक भू-राजनीति और विश्व अर्थव्यवस्था में बदलाव को आकार देना शुरू कर दिया है।

वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि हालांकि, भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में तो नहीं, लेकिन प्रवाह की ओर व्यापक मछली पकड़ने के ‘हानिकारक प्रभाव’ के मद्देनजर सभी तटीय देशों द्वारा यह समन्वित कार्रवाई किये जाने योग्य है।

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के (अफगानिस्तान से) हटने के बाद मादक पदार्थों के व्यापार में ‘मात्रा और आकार’ की दृष्टि से वृद्धि हुई है। ज्यादातर नशीले पदार्थ अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान से आ रहे हैं।’’

नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी यहां ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक सेमिनार 'अरेबियन सी डायलॉग' में एक सवाल का जवाब दे रहे थे।

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि दो दशकों के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी ने एक बार फिर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर दी है और स्थिति नियंत्रित होने में कुछ समय लगेगा।

तालिबान द्वारा युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के तेजी से अधिग्रहण के बीच अमेरिका पिछले साल अगस्त में वहां से निकल गया था।

नौसेना अधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी से संबंधित है और युवा पीढ़ी एवं समाज पर इसके गंभीर परिणाम मिले हैं।

वाइस एडमिरल सिंह ने कहा, “हमारे जहाज मकरान तट से लेकर मालदीव तक - समुद्र में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए नियमित अभियान चलाते हैं और इस दौरान करोड़ों डॉलर के प्रतिबंधित मादक पदार्थ जब्त किये जाते हैं। हमारे विचार में, ये अभियान क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों की नींव को कमजोर करेंगे और उनके वित्त पोषण को समाप्त कर देंगे।’’

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले एक साल में महाराष्ट्र और गुजरात से हजारों करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए हैं।

भारतीय नौसेना अधिकारी ने कहा कि कुल मिलाकर, दुनिया ने एक अधिक मुखर चीन देखा है और यह आक्रामक रुख दक्षिण और पूर्वी चीन सागरों के साथ-साथ हिमालयी तथा हिंद महासागर क्षेत्र में भी स्पष्ट है।

ताइवान में अमेरिका के वरिष्ठ नेताओं के हालिया दौरे के मद्देनजर चीन एवं ताइवान के बीच उत्पन्न तनाव का उल्लेख करते हुए, वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि ताइवान में हालिया घटनाक्रमों के कारण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी तनाव बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं।

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