रायपुर, दो मार्च छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि माँ बम्लेश्वरी देवी मंदिर डोंगरगढ़ विकास परियोजना के पूरा होने से डोंगरगढ़ देश के पर्यटन नक्शे पर महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में उभरेगा।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार मुख्यमंत्री बघेल ने मंगलवार को विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय से डोंगरगढ़ में आयोजित माँ बम्लेश्वरी देवी मंदिर डोंगरगढ़ विकास परियोजना के भूमिपूजन समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने की। पटेल भी डिटिजल माध्यम से समारोह में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस परियोजना के पूरे होने से डोंगरगढ़ आने वाले पर्यटकों को यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर की पहाड़ी और प्रज्ञा गिरी पहाड़ी को शामिल किया गया है। यहां चन्द्रगिरी में जैन तीर्थ भी बन रहा है। उसे भी इस परियोजना में जोड़ा जाना चाहिए। इससे डोंगरगढ़ जैन, बौद्ध और सनातन धर्म के केन्द्र के रूप में उभरेगा।
प्रहलाद पटेल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वीकृत परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी।
पटेल ने बताया कि 'प्रशाद' परियोजना के अंतर्गत पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण ऐसे सभी स्थलों में विश्वस्तरीय जन सुविधाएं विकसित की जा रही हैं जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
अधिकारियों के अनुसार पर्यटन मंत्रालय की 'प्रशाद' योजना के तहत स्वीकृत इस परियोजना में 43.33 करोड़ रूपए की लागत से डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर की पहाड़ी और प्रज्ञा गिरी पहाड़ी पर विश्व स्तरीय पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
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