पुलिस के मुताबिक घटना मंगलवार देर रात की है। बृहस्पतिवार को बारावफात का त्यौहार है और ग्रामीणों का आरोप है कि त्यौहार के दृष्टिगत अल्पसंख्यक समुदाय के युवकों ने गांव में हरे रंग के झंडे लगाए ।
आरोप में कहा गया है कि इनमें से कुछ हिन्दू घरों और एक मंदिर पर पर झंडे लगाये गये और लोगों ने जब विरोध किया तो दूसरे समुदाय के युवकों ने इकट्ठा होकर उपद्रव करना शुरू कर दिया।
इसमें कहा गया है कि उपद्रवियों ने गुड्डू जायसवाल नामक व्यक्ति के घर पर पथराव किया और विरोध करने वालों के साथ मारपीट एवं अभद्रता की। ग्रामीणों के अनुसार अनुराग जायसवाल नामक व्यक्ति पथराव से घायल हुआ है ।
इस संबंध में थाना विशेश्वरगंज के उप निरीक्षक विकास वर्मा ने बुधवार को बताया, "आगामी बारावफात त्यौहार के लिए 18 से 35 वर्ष उम्र के कुछ युवक बाजार में झंडे लगा रहे थे।
उन्होंने बताया, ‘‘ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि झंडा मंदिर पर लगाया गया, जबकि मैं स्वयं घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि उक्त झंडा सार्वजनिक खंभे पर लगा था। दूसरा झंडा एक गुप्ता जी के मकान पर उनकी सहमति से लगा था जिसे विवाद होने पर हटा लिया गया।"
उप निरीक्षक ने बताया कि गंगवल बाजार निवासी गुड्डू जायसवाल की तहरीर पर 14 नामजद एवं 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ विशेश्वरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कर बड़कऊ और शाहरुख नाम के दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि झंडे लगाने का विरोध करने पर दूसरे पक्ष ने उपद्रव करते हुए विरोध करने वाले समुदाय के एक व्यक्ति के घर पर ईंटे पत्थर फेंके, अभद्रता करते हुए उनसे मारपीट की।
उप निरीक्षक विकास वर्मा ने बताया हालात पूरी तरह से नियंत्रण में तथा सामान्य हो चुके हैं। ऐहतियातन विशेश्वरगंज थाने की पुलिस गांव में गश्त कर रही है।
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