देहरादून, 21 अप्रैल: अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ इस साल की चारधाम यात्रा के शुरू होने की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालयी धामों में दर्शनार्थियों की अधिकतम दैनिक संख्या तय करने संबंधी अपना निर्णय वापस ले लिया है. यह भी पढ़ें: Char Dham Yatra 2023: गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही कल शुरू हो जाएगी चारधाम यात्रा
राज्य सरकार ने पहले चारों हिमालयी धामों—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की अधिकतम दैनिक संख्या निर्धारित करने का फैसला लिया था लेकिन तीर्थ पुरोहित और टूर ऑपरेटर इस निर्णय को वापस लेने का दवाब बना रहे थे. अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा यहां जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री द्वारा निर्णय लिया गया है कि चारधाम यात्रा के दौरान प्रत्येक धाम में श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन के लिए सीमित रखने के संबंध में पूर्व में लिए गए निर्णय को वापस लिया जाता है.’’
हालांकि, आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि यात्रियों की ट्रैकिंग में मददगार पंजीकरण की ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया जारी रहेगी. आदेश में यह भी कहा गया है कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा तथा भीड़ को नियंत्रित करने हेतु स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी.
उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शनिवार को खुल रहे हैं. गढ़वाल हिमालय के चारधामों में से दो अन्य धाम, केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को और बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे. सर्दियों में भारी बर्फबारी और भीषण ठंड के कारण हर साल चारों धामों के कपाट श्रद्धाालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं जो छह माह बाद अगले साल गर्मियों में खुलते हैं.
उधर, मुख्यमंत्री ने चारधाम श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा उन्हें लेकर जा रही बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
ऋषिकेश में आयोजित 'ऋषिकेश से चारधाम यात्रा - 2023' कार्यक्रम में धामी ने चारों धामों के देवी— देवताओं—बाबा केदार, बदरीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री से विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी यात्रा के धूमधाम एवं कुशलतापूर्वक संपन्न होने की प्रार्थना की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस बार सरकार की तरफ से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत में 'हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा' करने का भी निर्णय लिया गया है.
चारधाम यात्रा को उत्तराखंड के लिए एक 'उत्सव' बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश— विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु राज्य में आते हैं जिससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभी तक 16 लाख लोगों द्वारा यात्रा हेतु पंजीकरण करवाया गया है और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक श्रद्धालु की यात्रा सुगम और शत—प्रतिशत सुरक्षित हो.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें पूर्ण विश्वास है कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ेगी. राज्य सरकार सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए दृढ़प्रतिज्ञ है. हमारा प्रयास रहेगा कि यात्रा खत्म होने के बाद अपने घर लौटने वाला प्रत्येक श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखंड में बिताए समय की स्वर्णिम यादें लेकर जाए.’’
केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर 'हर हर शंभु' फेम गायिका अभिलिप्सा पांडा अपनी प्रस्तुति देंगी. यहां मुख्यमंत्री आवास में एक मुलाकात के दौरान धामी ने धामों के कपाट खुलने के अवसर पर पांडा की संगीत प्रस्तुति को चारधाम यात्रा के लिए भी सुखद बताया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
इस बीच, उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री मंदिर और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोलने की तैयारियां शुरू हो गयीं हैं जहां धामों को फूलों से सजाया जा रहा है. हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बाद शनिवार दोपहर बाद 12:35 पर गंगोत्री के कपाट खुलेंगे जबकि 12:41 पर यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। दोनों धामों में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है.
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