महाकुम्भ नगर, 21 दिसंबर प्रयागराज की पहचान पूरे विश्व में त्रिवेणी संगम से होती है और संगम की पहचान यहां तैरती नावों से। इस बार श्रद्धालुओं को संगम तट पर नावों की अद्भुत छटा देखने को मिलेगी और इन नावों पर खूबसूरत चित्रकारी की जा रही है।
एसडीएम (कुम्भ) अभिनव पाठक ने बताया कि महाकुम्भ 2025 को लेकर पूरे प्रयागराज और महाकुम्भ मेला क्षेत्र में निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में संगम के पक्के घाटों और नावों पर भी खूबसूरत चित्रकारी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मेला प्राधिकरण पांच लाख वर्गफुट क्षेत्र में पेंटिंग और चित्रकारी का कार्य करवा रहा है। इसके अलावा, नमामि गंगे मिशन के तहत लगभग 2000 नावों पर चित्रकारी की जा रही है, ताकि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव हो।
प्रयागराज संगम में पीढ़ियों से नाव चलाने वाले नाविकों का कहना है कि कुम्भ 2019 और महाकुम्भ 2025 में पहली बार हम नाविकों की सुध ली गई है।
नाविक सियाराम निषाद का कहना है, “इससे पहले कुम्भ और महाकुम्भ जैसे बड़े अवसर पर केवल लाइसेंस जारी होते थे और प्रशासन नावों की सवारी का किराया तय करता था। हम नाविकों को और किसी तरह की सुविधा नहीं मिलती थी।”
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में इस महाकुम्भ में तो हमें लाइफ जैकेट, सुरक्षा बीमा के साथ किराए में 50 फीसदी की बढ़ोतरी का उपहार दिया गया। साथ ही सरकार अब हमारी नावों की मरम्मत और पेंटिंग भी करवा रही है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है।”
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