Developed India Sankalp Yatra: प्रधानमंत्री ने विभिन्न लाभार्थी समूहों से किया संवाद

नयी दिल्ली, 27 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तहत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के एक विविध समूह के साथ बातचीत की. प्रधानमंत्री ने 15 नवंबर, 2023 को विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की थी। वह इस यात्रा के लाभार्थियों के साथ नियमित संवाद कर रहे हैं. विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की अंतिम छोर तक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है, ताकि इन योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे.

इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संकल्प यात्रा में भाग लेने वाले लाभार्थियों के विविध समूहों से जुड़े.

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय प्रतिनिधियों सहित देश के विभिन्न कोनों से हजारों प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रधानमंत्री ने राजस्थान के कोटा की सपना प्रजापति से संवाद किया जो स्वनिधि योजना की लाभार्थी हैं. उन्होंने कारोना महामारी के दौरान मास्क बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. डिजिटल लेनदेन के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए, मोदी ने उनके समूह से बाजरा को बढ़ावा देने को लेकर आग्रह किया.

प्रधानमंत्री ने सपना जैसी महिला उद्यमियों को विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने और ‘मोदी की गारंटी की गाड़ी’ की सफलता में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया. मोदी ने कहा, ‘‘आपकी सामूहिक ‘मातृ शक्ति’ आपको नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगी और मैं आप सभी ‘दीदियों’ से लोगों को उन लाभों के बारे में बताकर 'मोदी की गारंटी की गाड़ी' को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए कहता हूं, जिनका वे लाभ उठा सकते हैं.’’

अपनी बातचीत जारी रखते हुए उन्होंने तमिलनाडु के तिरुवल्लूर के किसान हरिकृष्ण को बधाई दी, जिन्होंने आधुनिक कृषि पद्धतियों को सफलतापूर्वक अपनाया है. आयुष्मान भारत योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी किसान ने नैनो यूरिया की शुरुआत और सरकार द्वारा प्रदत्त सहायता की सराहना की. मोदी ने किसानों के साथ खड़े होने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और आधुनिक तकनीकों को अपनाने की उनकी सराहना की. इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने खेती और मत्स्य पालन दोनों में शामिल हरिद्वार के गुरदेव सिंह को शुभकामनाएं दीं.

सिंह ने मत्स्य संपदा योजना के तहत अपनी सफलता की कहानी साझा की, जिससे उनकी आय दोगुनी हो गई। पशुपालन, मत्स्य पालन और नीली क्रांति के महत्व पर जोर देते हुए, मोदी ने अभिनव प्रथाओं के माध्यम से कृषि आय बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया. एक अन्य प्रेरणादायक कहानी में, मध्य प्रदेश के देवास की रुबीना खान ने अपनी उद्यमशीलता की यात्रा को साझा किया. वह खुद ही एक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की सदस्य हैं। रुबीना ने एक मजदूर से एक सफल व्यवसायी के रूप अपने सफर के बारे में बताया और बताया कि मास्क और सैनिटाइज़र बनाकर उन्होंने और उनकी टीम के सदस्यों ने महामारी से बचाव के राहत प्रयासों में योगदान दिया.

प्रधानमंत्री ने उनके आत्मविश्वास की सराहना की और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में एसएचजी की भूमिका पर जोर देते हुए एसएचजी से दो करोड़ महिलाओं को ‘लखपति’ बनाने का संकल्प लिया. त्रिपुरा के एक चाय बागान श्रमिक अर्जुन सिंह के साथ भी प्रधानमंत्री ने संवाद किया। सिंह पीएम आवास, उज्ज्वला और मुफ्त शौचालय जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी हैं. उन्होंने बताया कि कैसे इन योजनाओं के माध्यम से उनके जीवन में बदलाव आया.

मोदी ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अर्जुन जैसे लाभार्थी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार की पहल की सफलता को दर्शाता है. प्रधानमंत्री ने महिला उद्यमियों और लाभार्थियों द्वारा प्रदर्शित विश्वास के महत्व को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि उनका सशक्तीकरण राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने का अभिन्न अंग है.

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