हजुलमेंड ने कहा कि यूएफा ‘संवेदना के साथ अगुआई’ करने में नाकाम रहा और यूरोपीय चैंपियनशिप में शनिवार की घटना के बाद उनके खिलाड़ियों को बेहद मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ा।
एरिक्सन को दिल का दौरा पड़ने के बावजूद यूरो 2020 के इस मुकाबले को 90 मिनट के निलंबन के बाद शुरू किया गया।
यूएफा ने डेनमार्क को इस मैच को शाम को दोबारा शुरू करने या फिर रविवार को दोपहर के समय खेलने का विकल्प दिया था। इससे डेनमार्क में काफी नाराजगी थी।
हजुलमेंड ने कहा कि यूरो 2020 के लिए कोरोना से जुड़े नए नियमों के तहत यूएफा किसी टीम के खिलाड़ियों के निश्चित संख्या में पॉजिटिव पाए जाने पर मुकाबले को 48 घंटे के लिए स्थगित कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘असली नेतृत्व यह होता कि खिलाड़ियों को बस में घर भेज दिया जाता और इस मामले से बाद में निपटा जाता।’’
हजुलमेंड ने कहा, ‘‘कोरोना मामलों के कारण मुकाबले को 48 घंटे के लिए स्थगित करना संभव है लेकिन दिल के दौरे के संदर्भ में ऐसा नहीं है। और मुझे लगता है कि यह गलत है। आपको इन नियमों में अच्छी नेतृत्वक्षमता नहीं दिखती। अच्छी नेतृत्वक्षमता कभी कभी संवेदना के साथ अगुआई करना भी होती है।’’
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