नयी दिल्ली, छह अप्रैल कंपनियों की मांग में सुधार से जनवरी-मार्च की तिमाही के दौरान देश के आठ प्रमुख शहरों में कार्यालय स्थलों की मांग 25 प्रतिशत बढ़कर 1.08 करोड़ वर्ग फुट हो गई, जबकि इस दौरान नई आपूर्ति 13 प्रतिशत के उछाल के साथ 1.19 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई। नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च की तिमाही में बेंगलुरु में पट्टे पर कार्यालय स्थलों की मांग पांच प्रतिशत बढ़कर 35 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 33 लाख वर्ग फुट थी।
दिल्ली-एनसीआर में कार्यालय स्थल की मांग में 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 17 लाख वर्ग से बढ़कर 23 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई।
हैदराबाद में कार्यालय स्थलों की मांग में 72 प्रतिशत का उछाल आया और यह नौ लाख वर्ग फुट के मुकाबले 16 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई। वहीं चेन्नई में कार्यालय स्थलों की मांग दोगुना से अधिक होकर 10 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान अवधि में चार लाख वर्ग फुट थी।
अहमदाबाद में कार्यालय स्थल की मांग दो लाख वर्ग फुट से बढ़कर पांच लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई। पुणे में कार्यालय स्थल की मांग आठ लाख वर्ग फुट से 15 प्रतिशत बढ़कर नौ लाख वर्ग फुट हो गई, जबकि कोलकाता में यह नौ प्रतिशत की वृद्धि के साथ एक लाख वर्ग फुट रही।
हालांकि, मुंबई में कार्यालय स्थल की मांग में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 24 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 12 लाख वर्ग फुट से घटकर नौ लाख वर्ग फुट रह गई।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के खिलाफ एक मजबूत टीकाकरण अभियान द्वारा समर्थित देश सामान्य स्थिति में लौट आया है। भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत होता देख उन्हें उम्मीद है कि कार्यालय खंड अगली कुछ तिमाहियों में कोविड-पूर्व के स्तर पर पहुंच जाएगा।’’
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