श्रीलंका की घटते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच भारत से 1.1 अरब डॉलर मुद्रा अदला-बदली सुविधा की मांग
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने भारत से 1.1 अरब डॉलर मुद्रा अदला-बदली की विशेष सुविधा देने का आग्रह किया है. कोरोना वायरस संकट में आर्थिक नरमी की वजह से घटते विदेशी मुद्रा भंडार को संभालने के लिए उन्होंने यह मांग रखी है. इससे पहले श्रीलंका ने दक्षेस समझौते के तहत भारत से 40 करोड़ डॉलर की विदेशी मुद्रा अदला-बदली सहायता मांगी थी.
कोलंबो, 24 मई: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने भारत से 1.1 अरब डॉलर मुद्रा अदला-बदली की विशेष सुविधा देने का आग्रह किया है. कोरोना वायरस संकट में आर्थिक नरमी की वजह से घटते विदेशी मुद्रा भंडार को संभालने के लिए उन्होंने यह मांग रखी है.
राजपक्षे के कार्यालय ने कहा है कि यह सुविधा श्रीलंका (Sri Lanka) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) ढांचे के तहत भारत से मांगी गयी 40 करोड़ डॉलर की राशि से अलग है.
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से शनिवार को टेलीफोन पर चर्चा की. मोदी ने राजपक्षे के साथ कोविड-19 (Covid-19) संकट पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने अपने पड़ोसी देश को इस महामारी से लड़ने और इसके आर्थिक प्रभावों से निपटने में सहयोग देना जारी रखने का भरोसा दिया. दोनों नेताओं के बीच भारत के निवेश वाली विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने और निवेश संबंधों को मजबूत करने की बात कही.
राजपक्षे के कार्यालय ने कहा, "यदि भारत सरकार दक्षेस ढांचे के तहत उपलब्ध करायी गयी 40 करोड़ डॉलर की मदद के अलावा 1.1 अरब डॉलर की यह विशेष मु्द्रा अदला-बदली सुविधा दे देती है तो उसे अपने विदेशी मुद्रा विनिमय से जुड़ी चिंताएं दूरे करने में मदद मिलेगी." इससे पहले श्रीलंका ने दक्षेस समझौते के तहत भारत से 40 करोड़ डॉलर की विदेशी मुद्रा अदला-बदली सहायता मांगी थी.
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