नयी दिल्ली, 19 दिसंबर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में बृहस्पतिवार को विपक्षी पार्षदों ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर रोहिंग्याओं और बांग्लादेशी घुसपैठियों को आश्रय देने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।
महापौर महेश खिंची अपराह्न तीन बजे तक सदन नहीं पहुंचे, जिस कारण दो बजे शुरू होने वाला सत्र अब तक शुरू नहीं हो सका, जिससे तनाव और बढ़ गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के पार्षद सदन में आसन के समीप आ गए और बेंचों पर चढ़ गए।
उनके हाथों में ‘आप’ के खिलाफ लिखे नारों की तख्तियां थीं। विपक्षी पार्षदों ने जो तख्तियां ली हुईं थीं, उनपर लिखा था, ‘अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिये ‘आप’ के दोस्त हैं’, ‘झूठे केजरीवाल, शर्म करो’।
वहीं ‘मेयर साहब टाइम पे आओ’ और ‘नहीं चलेगा, ऐसे सदन नहीं चलेगा’ जैसे नारे सदन में गूंज रहे थे।
विपक्षी पार्षदों ने महापौर की अनुपस्थिति की आलोचना की और सदन की कार्यवाही शुरू करने से पहले उनसे माफी की मांग की।
‘आप’ पार्षदों ने इसके जवाब में बाबा साहेब आंबेडकर पर संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर निशाना साधते हुए ‘बाबा साहेब का अपमान नहीं सहेंगे’ और ‘जय भीम’ जैसे नारे भी लगाए।
सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों ने भाजपा पर आंबेडकर की विरासत को कमजोर करने का आरोप लगाया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)