देश की खबरें | दिल्ली यौन उत्पीड़न मामला : एम्स के डॉक्टर ने कहा, सर्जरी के बाद बच्ची की हालत स्थिर
एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, छह अगस्त पश्चिमी दिल्ली में दो दिन पहले अपने घर के भीतर यौन उत्पीड़न का दंश झेलने वाली 12 साल की बच्ची की हालत ऑपरेशन के बाद स्थिर है।

एम्स के डॉक्टर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। बच्ची का इलाज वहीं चल रहा है।

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लेकिन, अस्पताल जाकर वहां डॉक्टरों से बात करने के बाद दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि बच्ची की हालत ‘‘बहुत गंभीर है।’’

अस्पताल से निकलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्ची के साथ जो क्रूरता हुई है, उसने ‘‘आत्मा को झंकझोर’ दिया है, सरकार सबसे अच्छे वकील नियुक्त कर सुनिश्चित करेगी कि दोषी को सजा मिले।

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उन्होंने बच्ची के परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

डॉक्टर ने बताया, ‘‘उसे बहुत गंभीर चोटें आयी हैं लेकिन उसकी हालत स्थिर है। मंगलवार की रात उसकी सर्जरी की गई। वह वार्ड में है, उसे ऑक्सीजन लगी हुयी है।’’

पुलिस ने बताया कि पश्चिम विहार निवासी इस बच्ची का ना सिर्फ यौन उत्पीड़न हुआ है बल्कि उसके चेहरे और सिर पर तेज धार हथियार से वार भी किया गया है। बच्ची के पड़ोसियों ने उसे खून में लथपथ देखकर पुलिस को सूचित किया था।

मालीवाल ने कहा, ‘‘बच्ची के सिर में कई जगह फ्रैक्चर (हड्डी टूटना) है। पूरे शरीर पर दांत से काटने के निशान हैं। उसे इतनी बुरी तरह पीटा गया है कि उसके शरीर के हर अंग पर चोट के निशान हैं।’’

उन्होंने मामले में गिरफ्तारी में हो रही देरी के लिए पुलिस पर भी सवाल उठाया।

आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि घटना के दो दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं डीसीपी को सम्मन कर रही है और उनसे जांच के बारे में सवाल करने वाली हूं।’’

पुलिस ने बुधवार को बताया कि वह बच्ची के पड़ोसियों से पूछताछ कर रहे हैं और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि आरोपी की पहचान हो सके।

मालीवाल ने कहा, ‘‘कौन से सीसीटीवी फुटेज देखे गए हैं? अभी तक कितनों के बयान दर्ज किए गए हैं? यह कैसे संभव है कि आरोपी अभी भी फरार है?’’

उन्होंने आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी और उसके लिए मौत की सजा की मांग की। मालीवाल ने कहा कि उनकी टीम पीड़ित परिवार की मदद कर रही है।

एम्स जाने से पहले केजरीवाल ने ट्वीट किया था, ‘‘एक बच्ची के साथ हैवानियत भरी वारदात की जानकारी ने आत्मा को अंदर तक झकझोर दिया है। ऐसे दरिंदे अपराधियों का खुला घूमना बर्दाश्त के बाहर है।’’

बाद में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बारे में दिल्ली पुलिस के आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव से बातचीत की है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सबसे अच्छे वकील नियुक्त कर सुनिश्चित करेगी कि दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है, ‘‘एम्स में डॉक्टरों और परिवार से मिलकर बच्ची का हाल जाना। डाक्टरों ने बताया कि अगले 48 घंटे अहम है। मैंने पुलिस कमिश्नर से भी बात की। इस जघन्य वारदात करने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सज़ा दिलवाएँगे। परिवार को सरकार 10 लाख रुपए सहायता राशि दे रही हैं।’’

पूर्वी दिल्ली के सांसद और भाजपा नेता गौतम गंभीर ने भी दोषी के लिए मौत की सजा की मांग की है।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार भी बच्ची से मिलने एम्स गए थे। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता उपराज्यपाल से मिलकर बच्ची के लिए न्याय की मांग करेंगे।

पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच के अनुसार घटना के वक्त बच्ची के माता-पिता घर पर नहीं थे।

पुलिस ने भादंसं की धारा 307 (हत्या के प्रयास) और पॉक्सो कानून में मामला दर्ज किया है।

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