देश की खबरें | दिल्ली : ‘डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकिंग’ कार्यकर्ताओं को ‘एमटीएस’ के तौर पर नियुक्त करने का प्रस्ताव

नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर दिल्ली में अनुबंध के आधार पर ‘मल्टी टास्किंग’ कर्मचारी (एमटीएस) के तौर पर 3,000 से अधिक डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकिंग (डीबीसी) कार्यकर्ताओं को शामिल करने का प्रस्ताव अगले नगर निगम सदन में लाए जाने की संभावना है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

डीबीसी कार्यकर्ताओं के कार्य में मलेरिया, डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रित करना शामिल है।

सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि वर्तमान में महापौर की अनुमति से और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा तय न्यूनतम वेतनमान के तहत 3,112 डीबीसी कार्यकर्ता यह काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अब से ‘‘सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग सहित एमसीडी के विभिन्न विभागों में मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) के रिक्त पदों पर डीबीसी कार्यकर्ताओं को लेने पर विचार किया जा रहा है।’’

सूत्रों ने कहा कि प्रस्ताव शुक्रवार को अगले एमसीडी सदन में लाए जाने की संभावना है।

एक सूत्र ने दावा किया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में 172 रिक्त पदों के अलावा विशेष रूप से मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए काम को लेकर अनुबंध के आधार पर 3,112 डीबीसी कार्यकर्ताओं को तैनात करने के मकसद से एमटीएस पद सृजित किए जाएंगे।

सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, डीबीसी कार्यकर्ता डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

ये कार्यकर्ता घरेलू कंटेनर, कूलर, छतों की टंकियों, फूलों के बर्तनों, टिन, टायर आदि में मच्छरों के लारवा के प्रजनन की जांच करने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करते हैं। वे ऐसी बीमारियों की रोकथाम के बारे में सार्वजनिक जागरूकता भी पैदा करते हैं।

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