Delhi: दिल्ली पुलिस रखेगी गैंगस्टर के सोशल मीडिया ‘प्रोफाइल’ पर नजर
‘गैंगस्टर’ और अपराधियों के सोशल मीडिया पोस्ट या ‘प्रोफाइल’ को लाइक करना, साझा करना या ‘फॉलो’ करना अब ‘इंटरनेट’ उपयोगकर्ताओं के लिए मुसीबत बन सकता है. दिल्ली पुलिस ने ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखनी शुरू कर दी है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
नयी दिल्ली, 28 नवंबर :‘गैंगस्टर’ और अपराधियों के सोशल मीडिया पोस्ट या ‘प्रोफाइल’ को लाइक करना, साझा करना या ‘फॉलो’ करना अब ‘इंटरनेट’ उपयोगकर्ताओं के लिए मुसीबत बन सकता है. दिल्ली पुलिस ने ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखनी शुरू कर दी है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि ‘असामाजिक’ तत्वों की पहचान करने के लिए उनके सोशल मीडिया ‘प्रोफाइल’ की लगातार जांच की जाएगी. पुलिस ने ‘असामाजिक’ तत्वों की सूची में उन लोगों को रखा है जिन्हें अपराध करने के बाद कई बार गिरफ्तार किया गया हो, या पकड़ा गया हो और उन्हें जेल अथवा सुधार गृह भेजा गया हो, लेकिन इसके बाद भी वे फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गए हों.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने दिल्ली के विभिन्न जिलों के सभी पुलिस थानों और चौकियों को ‘असामाजिक’ तत्वों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं.’’ उन्होंने कहा कि उन अपराधियों की एक सूची तैयार की जाएगी, जिन्हें ये ‘असामाजिक तत्व’ ‘फॉलो’ करते होंगे. उन्होंने कहा कि सभी 15 जिलों की पुलिस और विशेष प्रकोष्ठ, अपराध शाखा, रेलवे तथा मेट्रो जैसी सभी इकाइयों को उन अपराधियों की सूची तैयार करने को कहा गया है जो सोशल मीडिया पर किसी गैंगस्टर को ‘फॉलो’ कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट को लाइक या शेयर कर रहे हैं, इससे गैंगस्टर के साथ उनके संबंधों का पता लगाया जा सकेगा. अधिकारी ने बताया कि पहले भी कई ‘असामाजिक’ तत्वों को सोशल मीडिया पर आग्नेयास्त्रों के साथ तस्वीरें या वीडियो डालने के लिए गिरफ्तार किया गया था. यह भी पढ़े: देश के लिए झारखंड का परिणाम रहा शुभ, जनता ने दिया महत्वपूर्ण संदेश: अखिलेश यादव
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सोशल मीडिया निगरानी टीम गैंगस्टर के वीडियो या रील शेयर करने वाले अलग-अलग ‘प्रोफाइल’ पर नजर रखेगी. अधिकारी ने बताया कि गैंगस्टर, किशोरों और युवाओं को अपना संभावित लक्ष्य बनाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘गैंगस्टर के स्थानीय सहयोगी उन युवाओं पर नजर रखते हैं जो या तो हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं या किसी छोटे-मोटे अपराध में शामिल होते हैं. ये सहयोगी गैंगस्टर के साथ अपना प्रोफाइल साझा करते हैं; बाद में गैंगस्टर इन युवाओं को अपराध करने के लिए धन और हथियार मुहैया कराते हैं.’’