नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर गोगी गिरोह के चार कथित सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ, दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में एक संभावित ‘गैंग वार’ को टालने का दावा किया है।
गोगी गिरोह के सरगना जितेंद्र गोगी की 24 सितंबर को रोहिणी अदालत कक्ष में दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में दोनों हमलावार भी मारे गए थे।
पुलिस ने कहा कि गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के बीच वर्षों से जंग छिड़ी है और उनकी प्रतिद्वंद्विता ने दर्जनों लोगों की जान ले ली है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान हरियाणा के रोहतक जिले के सुमित (25), बरवाला निवासी कुणाल (25), बापरोला निवासी करण हंस (22) और हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले सूरज कुमार (25) के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि हत्याकांड में वांछित दो लोग रोहिणी सेक्टर- 37 स्थित डीटीसी डिपो के पास डकैती करने आएंगे। जाल बिछाया गया और सुमित को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने बताया कि उससे मिली जानकारी के आधार पर उसके तीन साथियों को रोहिणी सेक्टर- 34 से पकड़ा गया।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान सुमित ने कहा कि वह और उसके सहयोगी टिल्लू गिरोह के एक सदस्य दीपक उर्फ राधे की हत्या में शामिल थे और भविष्य में इस तरह की और घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
पुलिस ने बताया कि उनके पास से तीन पिस्तौल और 18 कारतूस बरामद किए गए हैं।
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