नयी दिल्ली, 23 जुलाई दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के मेवात से संचालित एक गिरोह के दो कथित सदस्यों को एक वकील को ऑनलाइन जाल में फंसाकर उससे वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरोह के सदस्य दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सोशल मीडिया पर मित्रता का अनुरोध भेजते थे और फिर महिला बनकर उनसे चैट करते थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान अरशद खान (30) और मुश्ताक खान (39) के तौर पर की गई है और दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि दोनों की ऑनलाइन वसूली, ब्लैकमेल करने और सोशल मीडिया के जरिये आपराधिक धमकी देने के आरोपों में पुलिस को तलाश थी।
पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) जसमीत सिंह ने बताया कि पुलिस को बृहस्पतिवार को खुफिया सूचना मिली थी कि अरशद छत्तरपुर के फूल बाजार में आ रहा है, जिसके आधार पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि सुबह करीब छह बजकर 15 मिनट पर अरशद को देखा गया और उसे पकड़ लिया गया।
उन्होंने बताया कि उसके पास से एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुई। सिंह ने बताया कि अरशद से मिली जानकारी के आधार पर मुश्ताक को राजस्थान के दौसा जिले से शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे मेवात में सद्दाम हुसैन द्वारा संचालित गिरोह के सदस्य हैं।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने चार-पांच और सहयोगियों के साथ मिलकर दिल्ली के एक वकील को लालच देकर पहले जाल बिछाया और ऑनलाइन माध्यम से उसका अश्लील वीडियो बना लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी वकील को ब्लैकमेल और धमकी देकर रुपयों की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि गिरोह पीड़ित को ऑनलाइन अश्लील कृत्य में संलिप्त कर अपराध में इस्तेमाल करने के लिए उसका वीडियो बना लेते थे। इसके बाद रुपयों की मांग करते थे और ऐसा नहीं करने पर वीडियो वायरल करने पर परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देते थे।
पुलिस ने बताया कि अरशद ने खुलासा किया है कि उसकी जिम्मेदारी पीड़ितों से रुपयों की वसूली करने के लिए सिम कार्ड और बैंक खाते की व्यवस्था करने की थी।
वहीं, मुश्ताक की जिम्मेदारी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लड़की बन पीड़ित का ऑनलाइन अश्लील वीडियो बनाने की थी।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य गरीब और निरक्षर लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल उन्हें कुछ रुपये देने की लालच देकर शिकार से पैसे वसूलने के लिए करते थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)