दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने मुस्लिमों को निशाना बनाने का आरोप लगाया, पुलिस से रिपोर्ट मांगी

नयी दिल्ली, आठ अप्रैल दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (डीएमसी) ने पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर शास्त्री नगर इलाके में मुस्लिमों का कथित बहिष्कार करने और बवाना में समुदाय के एक युवक पर हमले के मामले में रिपोर्ट तलब की है।

आयोग ने बुधवार को बताया कि उसने पुलिस आयुक्त से दोनों मामले में एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।

आयोग के मुताबिक शास्त्री नगर के मामले में मंगलवार को जबकि बवाना की घटना पर सोमवार को नोटिस जारी किया गया।

डीएमसी के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान ने बताया, ‘‘ दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने नोटिस के साथ वीडियो सलंग्न किया है जो पांच अप्रैल को शास्त्री नगर में रिकॉर्ड किया गया था। इसमें लोगों का एक समूह सड़क पर बैठक करता हुआ नजर आ रहा है। वे अपनी कॉलोनी में मुस्लिमों के प्रवेश करने पर रोक लगाने की योजना बना रहे हैं और अन्य कॉलोनी के लोगों से भी ऐसा ही करने को कह रहे हैं।’’

दूसरे नोटिस के बारे में आयोग ने बताया बवाना के हरेवाली गांव में महबूब नामक युवक को ,जो भोपाल में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर आया था, पीटा गया और वह गंभीर रूप से घायल है।

आयोग ने पुलिस आयुक्त से उचित कार्रवाई करने और पुलिस उपस्थिति सुनिश्चत करने को कहा है। साथ ही यह संदेश देने को कहा है कि कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के निजामुद्दीन में पिछले महीने तबलीगी जमात में शामिल होने वाले हजारों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिससे देश में संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।

कई राज्यों का कहना है कि उनके यहां संक्रमित पाए गए मरीजों का बड़ा हिस्सा तबलीगी जमात के सदस्यों का है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि तबलीगी जमात की वजह से भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या प्रत्येक 4.1 दिन में दोगुनी हो रही है और अगर निजामुद्दीन का कार्यक्रम नहीं होता तो संक्रमितों की संख्या 7.1 दिनों में दोगुनी होती।