नयी दिल्ली, 31 मई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण को महत्वपूर्ण बताते हुए सोमवार को कहा कि रूस के कोविड—19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की पहली खेप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जून में मिलने की संभावना है ।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी म्यूकरमाइकोसिस के 944 मामले हैं। इनमें से 300 मरीजों का केंद्र सरकार के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
केजरीवाल ने राजधानी के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय में आज पत्रकारों एवं उनके परिवार के लोगों के लिये विशेष टीकाकरण अभियान की शुरूआत की ।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''हमने इस टीकाकरण अभियान की शुरूआत पत्रकारों एवं उनके परिजनों के लिये की है । पत्रकारों की ओर से, उनके लिए एक विशेष अभियान शुरूआत करने की मांग की गयी थी । 18—44 साल आयु वर्ग के लोगों के लिए तथा 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिये टीकाकरण की शुरूआत की जा रही है।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं सभी पत्रकारों से आग्रह करता हूं कि बड़ी संख्या में आगे आयें और टीकाकरण करवायें । टीकाकरण के माध्यम से ही आप स्वयं को कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं ।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के करीब 650 मामले हैं ।
उन्होंने कहा, ''दिल्ली में ब्लैक फंगस संक्रमण के 300 मरीज केंद्र सरकार के अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि करीब 650 मरीज दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हैं । दवाईयों की बड़े पैमाने पर कमी है । हमें शनिवार को एक हजार इंजेक्शन मिले हैं और रविवार को कुछ नहीं मिला । इसके लिये प्रत्येक मरीज को प्रतिदिन तीन -चार इंजेक्शन लगाने पड़ते हैं ।''
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को रूस के कोविड रोधी टीके स्पूतनिक वी की खेप का एक हिस्सा मिलने की संभावना है जिसे संबंधित कंपनी 20 जून के बाद आयात करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘स्पूतनिक संभवत: 20 जून के बाद टीकों की पेशकश करेगा । वे लोग अगस्त से टीकों का निर्माण शुरू कर देंगे । वे अभी टीकों का आयात कर रहे हैं, और वे अपने आयातित टीकों का एक हिस्सा दिल्ली सरकार को आवंटित करेंगे।’’
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने आपात स्थिति में कुछ शर्तों के साथ स्पूतनिक वी के उपयोग की अनुमति दे दी है। डॉ रेड्डीज लेबोरेटॅरीज इस दवा का भारत में आयात करेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में धीरे धीरे लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी । निर्माण क्षेत्र में छूट दी जायेगी और फैक्टरियों को एक हफ्ते के लिये खोला जायेगा । हालांकि, कई लोगों को पहले दिन कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा ।
लोगों को आ रही कठिनाईयों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग लोगों के समक्ष आ रही कठिनाईयों को दूर कर लेंगे ।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो केजरीवाल ने अपने ट्विटर पर साझा किया था । इसमें खट्टर ने केजरीवाल पर टीकाकरण पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी को अन्य राज्यों की अपेक्षा टीकों की अधिक खुराक मिल रही है।
खट्टर ने उन्हें सलाह दी है कि दिल्ली को तेजी से टीकाकरण करना चाहिये ।
खट्टर की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘अगर हम तेजी से और जल्द से जल्द लोगों का टीकाकरण नहीं करेंगे, तो हम अपने सभी लोगों के लिए टीकाकरण कैसे सुनिश्चित करेंगे और उन्हें कोरोना से कैसे बचाएंगे?’’
दिल्ली सरकार ने तत्काल आधार पर कोविड-19 वैक्सीन की खरीद के लिए ग्लोबल एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया है।
टीकों की खरीद के लिए राज्यों को जिम्मेदार ठहराए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘‘राज्य कैसे टीकों की खरीद करेंगे । डेढ़ से दो महीने हो गये जब केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि राज्यों को टीकों की खरीद के लिये टेंडर जारी करना चाहिये । देश में 36 राज्य एवं संघ शासित प्रदेश हैं । प्रत्येक राज्य एवं प्रत्येक राजनीतिक दल ने वैश्विक टेंडर जारी कर टीका खरीदने का प्रयास किया है।’’
केजरीवाल ने कहा कि कोई भी राज्य अब तक अपने स्तर पर एक भी इंजेक्शन खरीदने में सफल नहीं हो पाये हैं ।
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य अपने दम पर टीके नहीं खरीद पा रहे हैं और केंद्र सरकार को यह करना पड़ा है । राज्यों को तब जिम्मेदार बताया जाना चाहिये जब वे केंद्र सरकार के टीका खरीदने, निर्माण और आपूर्ति के बावजूद टीकाकरण के लिये उचित इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘इसलिये मेरा मामना है टीकों की खरीद, निर्माण एवं वितरण केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है और टीकाकारण की जिम्मेदारी राज्यों की है।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)