नयी दिल्ली, एक अगस्त दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को व्यापारी दिनेश अरोड़ा को धनशोधन के एक मामले में जमानत दे दी।
अरोड़ा कथित दिल्ली आबकारी घोटाले में भ्रष्टाचार के एक मामले में सरकारी गवाह बन गया, जिसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) द्वारा की जा रही है। इससे जुड़े धनशोधन के मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है।
विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल ने अरोड़ा को उनके वकील तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का पक्ष सुनने के बाद जमानत दी।
अरोड़ा को 16 नवंबर, 2022 को सीबीआई मामले में सरकारी गवाह घोषित किया गया था। लेकिन उन्हें छह जुलाई को इस कथित घोटाले से जुड़े एक मामले में धनशोधन रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने कहा था कि वह अपने जवाबों में टाल-मटोल कर रहे हैं तथा उसके साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।
अरोड़ा आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कथित रूप से करीबी सहयोगी हैं। सिसोदिया भी आबकारी नीति मामले में आरोपी है और उन्हें भी ईडी एवं सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया।
ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति से शराब व्यापारियों की गुटबंदी हुई, उन कुछ खास डीलरों की पक्षधरता की गयी जिन्होंने रिश्वत दी थी। हालांकि आप ने इन आरोपों का खंडन किया ।
आबकारी नीति तब खारिज कर दी गयी जब उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच का आदेश दिया। उसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया।
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