नयी दिल्ली, 31 दिसंबर दिल्ली में 2022 में वायु गुणवत्ता महज छह दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गयी जो पिछले सात वर्ष में सबसे कम है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2021 में 24 दिन, 2020 में 15, 2019 में 24, 2018 में 19, 2017 में नौ और 2016 में 25 दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गयी।
उल्लेखनीय है कि 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
दिसंबर में दिल्ली का एक्यूआई दो दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा जो 2017 के बाद से इस महीने में सबसे कम है।
शहर में प्रदूषण रोधी योजनाएं लागू करने और अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण 2022 में शहर में प्रदूषण कम रहा ।
दिल्ली में 2015 के बाद से अक्टूबर में दूसरी सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता रही जब सीबीसीबी ने एक्यूआई आंकड़ें सहेजने शुरू किए।
आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में औसत एक्यूआई 320 रहा जो 2019 के बाद से दूसरा सबसे अच्छा एक्यूआई है। नवंबर में एक्यूआई 312 रहा था।
इसके अनुसार, अक्टूबर-नवंबर में पीएम2.5 स्तर 2016 के मुकाबले 38 प्रतिशत कम रहा जो पिछले आठ वर्ष में सबसे खराब है।
अक्टूबर-नंवबर में दिल्ली-एनसीआर में हानिकारक प्रदूषण स्तर का मुख्य कारण पराली का जलाया जाना होता है। इस साल पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 30 प्रतिशत तथा हरियाणा में 48 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)