चेन्नई, 29 नवंबर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार दोपहर को चक्रवात में तब्दील हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चक्रवात 'फेंगल' (जिसे 'फेनजल' भी उच्चारित किया जाता है) के 30 नवंबर की दोपहर को पुडुचेरी के निकट टकराने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 90 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने तैयारी और राहत उपायों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में बैठक की।
आईएमडी ने 30 नवंबर के लिए चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, कुड्डालोर जिलों और पुडुचेरी में एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
इसके अलावा रानीपेट, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, पेरम्बलुर, अरियालुर, तंजावुर, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम जिलों और कराईकल क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
आईएमडी-क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यहां जारी बुलेटिन में कहा गया है, "दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर सुबह गहरा दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है और तीव्र होकर चक्रवात फेंगल में बदल गया है।"
इसमें कहा गया है, "चक्रवात के रूप में यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ सकता है तथा पुडुचेरी के निकट कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार सकता है। 30 नवंबर की दोपहर तक हवा की गति 70-80 किमी प्रति घंटे से लेकर 90 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।"
इस बीच राज्य सरकार ने कहा कि परामर्श का पालन करते हुए 4,153 नाव तट पर लौट आई हैं तथा 2,229 राहत शिविर जरूरत पड़ने पर उपयोग के लिए तैयार हैं।
अब तक तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों के छह राहत केंद्रों में 164 परिवारों के कुल 471 लोगों को रखा गया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)