Maharastra: समाज के सभी वर्गों की राय लेने के बाद जातिगत जनगणना पर होगा फैसला: मुख्यमंत्री शिंदे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि समाज के सभी वर्गों की राय लेकर और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर जाति आधारित जनगणना पर उचित निर्णय लिया जाएगा।

Eknath Shinde (Photo Credit: ANI)

नागपुर, 20 दिसंबर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि समाज के सभी वर्गों की राय लेकर और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर जाति आधारित जनगणना पर उचित निर्णय लिया जाएगा. शिंदे यहां रेशिमबाग इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक के बी हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक एम एस गोलवलकर के स्मारकों पर गये और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. आरएसएस के पदाधिकारी श्रीधर गाडगे ने मंगलवार को कहा था कि कोई जाति आधारित जनगणना नहीं होनी चाहिए । उन्होंने साथ ही सवाल किया था कि इससे क्या हासिल होगा.

विदर्भ सह-संघचालक गाडगे ने संवाददाताओं से कहा था कि इस तरह की कवायद से कुछ लोगों को राजनीतिक रूप से फायदा हो सकता है, क्योंकि इससे यह डेटा मिलेगा कि किसी निश्चित जाति की आबादी कितनी है, लेकिन यह सामाजिक रूप से और राष्ट्रीय एकता के संदर्भ में अच्छा नहीं है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस देशव्यापी जातीय जनगणना के पक्ष में है. आरएसएस पदाधिकारी की टिप्पणियों को लेकर पूछे गये सवाल पर शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र प्रगतिशील राज्य है और इसकी संस्कृति एवं परंपराएं अन्य राज्यों से अलग हैं.

मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यहां सभी समुदाय और जातियां एक साथ रहती हैं, एक साथ काम करते हैं एवं एक साथ जश्न मनाते हैं। इसलिए, समाज के सभी वर्गों की राय लेने के बाद लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा.’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े मंत्री और विधायक हर साल नागपुर में राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान हेडगेवार और गोलवलकर के स्मारक पर जाते हैं.

राज्य में सरकार बनाने के लिए पिछले साल भाजपा के साथ हाथ मिलाने वाले शिंदे ने कहा, ‘‘हम हर साल शीतकालीन सत्र के दौरान डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर जाते हैं. यहां आने के बाद मुझे शांति महसूस होती है तथा ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है. इसीलिए हम यहां आते हैं.’’ हिंदुत्व पर राजनीति को लेकर एक सवाल पर शिंदे ने कहा, ‘‘हमारे यहां आने के पीछे कोई राजनीति नहीं है.’’मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार हिंदुत्व की विचारधारा और (शिवसेना के दिवंगत संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा पर बनी है. उन्होंने कहा, ‘‘विकास का यह हिंदुत्व, जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने भी कहा है, सबका साथ, सबका विकास के लिए है.’’

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