चंडीगढ़, आठ अप्रैल हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले जो लोग अब तक अधिकारियों के पास अपना यात्रा विवरण देने और जांच के लिए नहीं आए हैं, उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, क्योंकि उन्हें ऐसा करने के लिये दिया गया समय समाप्त हो गया है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिये दिये गए निर्देशों का उल्लंघन करते हुए कुछ लोगों ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
विज ने कहा कि जमात के जिन सदस्यों ने अब तक अधिकारियों को सूचित नहीं किया है और अगर वे कोविड-19 से संक्रमित पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाएगा।
अधिकारियों को बताए बिना राज्य में छिपे हुए जमात के कुछ सदस्यों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री एम एल खट्टर ने बुधवार को राज्य के लोगों को टेलीविजन पर संबोधित करते हुए कहा कि निजामुद्दीन के कार्यक्रम में भाग लेने वाले कुछ लोग अब भी सामाजिक भय से छिप रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ऐसे लोग ना केवल खुद को बल्कि समाज को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। अब उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा। उन्हें पहले ही समझना चाहिए कि वे कोई अच्छा काम नहीं कर रहे हैं। यह बीमारी बेहद संक्रामक है और आसानी से फैल सकती है।”
बुधवार को खट्टर ने राजनीतिक नेताओं के साथ राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति पर चर्चा के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सर्वदलीय बैठक की।
विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हर संभव समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया।
राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को कहा था कि कोविड-19 के मामलों में ज्यादा बढ़ोतरी तबलीगी जमात के अनेक लोगों के संक्रमित पाए जाने की वजह से हुई।
हरियाणा में 24 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को 153 हो गई।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक तबलीगी जमात के 1,550 सदस्यों का पता लगाया गया है, जिनमें से 107 विदेशी हैं।
लॉकडाउन से पहले राज्य में प्रवेश करने वाले इन लोगों में से ज्यादातर लोग नूंह जिले में मिले हैं।
विज ने कहा था कि अगर जमात के सदस्य अब भी छिपे हैं तो वे आठ अप्रैल को शाम पांच बजे तक संबंधित जिला प्रशासन से संपर्क करें, अन्यथा कानून के अनुरूप उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विज ने बुधवार को कहा, “निर्दिष्ट समय सीमा समाप्त हो चुकी है। अब जिनका पता लगाया जाएगा और वे कोविड-19 से संक्रमित मिले तो उनके खिलाफ भादंसं धारा 307 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।’’
लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल के बाद आगे बढ़ाए जाने की स्थिति में जनता को बंद से आंशिक राहत दिए जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, “ हम स्थिति की समीक्षा करेंगे। हम जल्द ही हर जिले में कोविड-19 की औचक तौर पर जांच कराएंगे और परिणामों के आधार पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा।”
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि नए मामलों में गुड़गांव में 12, फरीदाबाद में सात, नूंह में एक, पलवल में दो मामले सामने आए हैं। फतेहाबाद जिले में पहला मामला सामने आया है।
हरियाणा में फिलहाल 133 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, 18 रोगियों को छुट्टी दी जा चुकी है और दो लोगों की मौत हुई है। वहीं, 612 नमूनों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
बुलेटिन के अनुसार संक्रमण के कुल मामलों में 10 विदेशी नागरिक शामिल हैं जिनमें छह लोग श्रीलंका से और नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया तथा दक्षिण अफ्रीका से एक-एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, 51 लोग भारत के अन्य राज्यों से हैं।
हरियाणा में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में गुडंगांव(32), नूंह (38 मामले), पलवल (28) और फरीदाबाद (28) हैं।
इस बीच राज्य की अलग-अलग जेलों में बंद सात साल से कम की सजा वाले अपराधों के दोषी 3,817 कैदियों को अंतरिम या नियमित जमानत और पैरोल पर रिहा कर दिया गया है।
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