मुंबई, 24 जनवरी देश के पहले सुपर कार निर्माता दिलीप छाबड़िया ने ऊंची छलांग लगाने के लिये भारत की पहली रियल स्पोर्ट्स कार डीसी अवंति बनाने की शुरुआत की थी। हालांकि यही स्पोर्ट्स कार अब छाबड़िया के जेल जाने की वजह बन गयी है।
डीसी डिजाइन कंपनी के संस्थापक छाबड़िया को मुंबई पुलिस ने कार खरीदारों तथा कर्ज प्रदान करने वालों को धोखा देने के आरोप में 28 दिसंबर, 2020 को गिरफ्तार कर लिया। इस तरह भारत में वाहनों के डिजाइन में बदलाव का 1990 के दशक की शुरुआत से प्रतिनिधित्व करते आ रहे छाबड़िया को अब जेल में दिन काटने पड़ रहे हैं।
छाबड़िया को बड़ा झटका तब लगा, जब डीसी अवंति के तमिलनाडु के एक ग्राहक ने अपनी कार पहले से ही हरियाणा के एक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत पाये जाने की शिकायत की। इससे पहले हास्य कलाकार कपिल शर्मा ने काफी समय पहले एक वैनिटी वैन के लिये पूरा भुगतान कर देने के बाद भी डिलिवरी नहीं किये जाने को लेकर छाबड़िया के खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के समक्ष शिकायत दर्ज करायी थी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भाराम्बे के अनुसार, पुलिस ने पाया है कि एक ही कार पर कई बार ऋण लिया गया है। लगभग 90 डीसी अवंति कारों का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिये किया गया है और इस तरह लगभग 100 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है। पुलिस ने यह भी पाया है कि इन 90 वाहनों में से अधिकांश विभिन्न राज्यों में दो या तीन आरटीओ में पंजीकृत थे।
उल्लेखनीय है कि पहली इंडियन स्पोर्ट्स कार के रूप में प्रचलित डीसी अवंति का अनावरण अमिताभ बच्चन ने 2012 ऑटो एक्सपो में नयी दिल्ली में किया था। यह कार 2015 से भारतीय सड़कों पर उतरने लगी। इसकी कीमत काफी आकर्षक सिर्फ 42 लाख रुपये रखी गयी थी। हालांकि प्रदर्शन के पैमानों पर यह कार ठीक नहीं उतर पायी और इसकी महज 120 इकाइयों की बिक्री की जा सकी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)