नई दिल्ली, 21 अक्टूबर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवाती तूफान के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में 14 टीम और ओडिशा में 11 टीम को तैनाती के लिए तैयार रखा है। एक सरकारी बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई।
तूफान के बृहस्पतिवार को पुरी और सागर द्वीप के बीच टकराने की संभावना है।
आसन्न चक्रवात के असर से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक में कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन को बताया गया कि सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के अतिरिक्त बचाव एवं राहत दलों के साथ-साथ नौकाओं और विमानों को भी तैयार रखा गया है।
केंद्रीय एजेंसियों के अलावा ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक के दौरान, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने समिति को बंगाल की खाड़ी पर बने गहरे दबाव के क्षेत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसके ‘‘23 अक्टूबर 2024 तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।’’
सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘फिर इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में पहुंचने की बहुत संभावना है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए, इसके 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर 2024 की सुबह के दौरान पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की बहुत संभावना है। यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान होगा जिसकी हवा की गति 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।’’
इसमें कहा गया है कि पारादीप और हल्दिया बंदरगाहों को बदलती स्थिति के बारे में नियमित अलर्ट और सलाह दी जा रही है।
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