जेएएल ने कहा कि समस्या बृहस्पतिवार की सुबह तब शुरू हुई जब कंपनी के आंतरिक और बाहरी सिस्टम को जोड़ने वाले नेटवर्क में खराबी आने लगी.
एयरलाइन ने कहा कि उसने इसका कारण यह पता लगाया कि यह हमला नेटवर्क सिस्टम को डेटा के बड़े पैमाने पर प्रसारण से बाधित करने के उद्देश्य से किया गया था. इस तरह के हमले सिस्टम या नेटवर्क को तब तक बेहद व्यस्त कर देते हैं जब तक कि लक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिल जाती या सिस्टम क्रैश नहीं हो जाता. जेएएल ने कहा कि इस हमले में कोई वायरस शामिल नहीं था और न ही इससे ग्राहकों का कोई डेटा लीक हुआ. उसने कहा कि सुबह तक साइबर हमले के कारण 24 घरेलू उड़ानों में 30 मिनट से ज़्यादा देरी हुई.
विशेषज्ञों ने जापान की साइबर सुरक्षा की कमज़ोरी के बारे में बार-बार चिंता जताई है, ख़ास तौर पर तब जब देश अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहा है और अमेरिका तथा अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जहाँ साइबर सुरक्षा बहुत ज़्यादा कड़ी है. जापान ने कदम उठाए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि और काम करने की ज़रूरत है. जून में, जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि उसे 2023 से साइबर हमलों का लगातार सामना करना पड़ा है, हालांकि रॉकेट, उपग्रहों और रक्षा से संबंधित संवेदनशील जानकारी प्रभावित नहीं हुई है. एजेंसी निवारक उपाय करने के लिए जांच कर रही है. यह भी पढ़ें : Transgender Love Affair And Suicide: ट्रांसजेंडर प्रेमिका से शादी करने वाला था बेटा, नाराज माता-पिता ने कर ली आत्महत्या
पिछले साल, एक साइबर हमले ने नागोया शहर के एक बंदरगाह पर एक कंटेनर टर्मिनल पर तीन दिनों तक परिचालन को ठप कर दिया था. बृहस्पतिवार को प्रस्थान करने वाली घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए जेएएल की टिकट बिक्री अस्थायी रूप से रोक दी गई थी, लेकिन बाद में यह फिर से शुरू हो गई. मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने बृहस्पतिवार को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि परिवहन मंत्रालय ने जेएएल को सिस्टम को बहाल करने और प्रभावित यात्रियों को समायोजित करने के प्रयासों में तेजी लाने के लिए कहा है. टेलीविजन फुटेज में तोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे पर कई यात्री टर्मिनलों में भीड़ दिखी, क्योंकि यह हमला साल के अंत में छुट्टियों के मौसम में हुआ. नए साल की छुट्टियों के लिए इस सप्ताहांत से कार्यालय बंद हो जाएंगे. यह साल का सबसे बड़ा उत्सव है, जब लाखों लोग शहरों से अपने गृहनगर वापस जाते हैं.