विदेश की खबरें | क्यूबा ने नए अमेरिकी प्रतिबंधों की निंदा की, बाइडन के आने पर बेहतर स्थिति की उम्मीद जताई

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रशासन ने देश के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के फैसले को पलटते हुए क्यूबा को ‘‘आतंकवाद प्रायोजित करने वाले’’ देशों की सूची में फिर से शामिल किया है।

यह फैसला बाइडन के सत्ता संभालने से कुछ दिन पहले लिया गया है।

क्यूबा के विदेश मंत्रालय में अमेरिकी विभाग के महानिदेशक कार्लोस फर्नांडिज डी कोसिओ ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, "हम आश्वस्त हैं कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन और उनकी टीम पूरी तरह से जानती है कि क्यूबा आतंकवाद प्रायोजक देश नहीं है और न ही कभी रहा है।"

उन्होंने कहा, "और हमें विश्वास है कि 20 जनवरी को आने वाली सरकार पर इस सच्चाई का एक निश्चित प्रभाव होगा।"

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने सोमवार को कहा, ‘‘विदेश मंत्रालय ने आतंकवादियों को पनाह मुहैया कराकर अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों का बार-बार समर्थन करने के कारण क्यूबा को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों की सूची में शामिल किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस कदम के जरिए, हम क्यूबा सरकार को एक बार फिर जवाबदेह बनाएंगे और एक स्पष्ट संदेश देंगे कि कास्त्रो शासन को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को अपना समर्थन और अमेरिकी न्याय व्यवस्था को नष्ट करना बंद कर देना चाहिए।’’

पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन ने क्यूबा को इस सूची से हटा दिया था।

इस सूची में शामिल देशों को अमेरिकी विदेशी सहायता नहीं मिलती और रक्षा आयात एवं निर्यात संबंधी प्रतिबंध समेत कई प्रतिबंध लगाए जाते हैं।

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