पुणे, 28 अगस्त पुणे पुलिस ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की अधिकारी भाग्यश्री नवटके के खिलाफ जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में मामला दर्ज किया है। नवटके ने एक क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े 1,200 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच का नेतृत्व किया था। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
घोटाले की जांच में प्रक्रियागत खामियों को उजागर करने संबंधी अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की रिपोर्ट के आधार पर महाराष्ट्र गृह विभाग के निर्देश पर नवटके और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नवटके ने 2021 में पुणे जिले में ‘भाईचंद हीराचंद रायसोनी क्रेडिट सोसाइटी’ से जुड़े कथित घोटाले से संबंधित मामलों की जांच के लिए डीसीपी (आर्थिक अपराध शाखा) के तौर पर विशेष जांच दल का नेतृत्व किया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सीआईडी (अपराध जांच विभाग) ने कथित भाईचंद हीराचंद रायसोनी (बीएचआर) घोटाले से संबंधित जांच की। सीआईडी ने राज्य के गृह विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपी।’’
उन्होंने कहा कि राज्य के गृह विभाग ने पुणे पुलिस को सीआईडी की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘गृह विभाग के आदेश के बाद, बीएचआर घोटाले में दर्ज मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व करने वाली भाग्यश्री नवटके के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि सीआईडी की जांच में नवटके द्वारा की गई जांच में प्रक्रियात्मक खामियों का उल्लेख किया गया है।
नवटके वर्तमान में चंद्रपुर में राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) में अधीक्षक के रूप में तैनात हैं। कथित घोटाले से संबंधित मामला 2015 का है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों को कथित तौर पर सावधि जमा पर आकर्षक ब्याज का वादा करके ठगा गया था।
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