चेन्नई, 9 जनवरी : कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों से निपटने के लिए तमिलनाडु में रविवार को एक दिवसीय पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया और इसका पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, स्थानीय एवं स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने कड़ी नजर रखी. लॉकडाउन के कारण राज्य की सड़कें, बाजार, मॉल और सार्वजनिक स्थान सुनसान रहे, लेकिन राज्य में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति से जुड़े वाहनों और स्वास्थ्य समेत अन्य क्षेत्रों के लिए लोगों को आवागमन की अनुमति थी. स्वास्थ्य सेवा कर्मियों, स्वच्छताकर्मियों और नगर निकाय कर्मियों ने अपना नियमित कार्य जारी रखा.
उड़ानों को छोड़कर रेल परिचालन, बस और मेट्रो रेल जैसी सार्वजनिक परिवहन सेवाएं निलंबित रहीं. स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यन ने बताया कि शीर्ष निकाय, स्वास्थ्य एवं पुलिस प्राधिकारियों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रखी. ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने बताया कि प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के मामले में शनिवार को 381 मामले दर्ज किए गए थे और सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने के आरोप में 53 मामले दर्ज किए गए. यह भी पढ़ें : UP Election 2022: यूपी के चुनावी अखाड़े में बिहार की चार पार्टियां, 3 है NDA का हिस्सा, लेकिन अभी सस्पेंस बरकरार!
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने नयी पाबंदियों और रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की है. ये प्रतिबंध छह जनवरी से प्रभावी हैं. उन्होंने रविवार को लॉकडाउन की भी घोषणा की थी. तमिलनाडु में शनिवार को कोविड-19 के 10,978 नये मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27,87,391 हो गई. वहीं संक्रमण से 10 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 36,843 हो गई.