देहरादून, 26 मई उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले के लगातार बढते ग्राफ के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को कोरोना योद्धाओं की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले अस्पतालों को 50 लाख रू की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की जबकि 52 नए मरीज सामने आने से राज्य में महामारी के मामले बढकर 401 हो गये ।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार, ताजा मामलों में हरिद्वार के पांच मरीजों के अतिरिक्त अन्य सभी बाहर से यात्रा करके प्रदेश में लौटे हैं । हरिद्वार जिले में एक सरकारी अस्पताल की स्टॉफ नर्स और चार स्थानीय मजदूरों की जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई हैं ।
यह भी पढ़े | उत्तर प्रदेश में टिड्डी दल का कहर, सीमा के आसपास इलाकों में पहुंचा झुंड.
मंगलवार को देहरादून जिले में स्वस्थ होने पर घर भेजे गये छह मरीजों को मिलाकर अब तक 64 मरीज ठीक हो चुके हैं और 330 मरीजों का फिलहाल इलाज चल रहा है ।
ताजा मामलों में से पिथौरागढ और टिहरी में 14-14 मरीज, नैनीताल में 10 , हरिद्वार में छह, अल्मोडा और देहरादून में तीन—तीन और उधमसिंह नगर में दो नये मरीज सामने आए हैं ।
यह भी पढ़े | गोवा में आज कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया: 26 मई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.
इस बीच, मुख्यमंत्री रावत ने घोषणा की कि कोरोना योद्धाओं की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों को 50 लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि वैसे तो सभी अस्पतालों में कोरोना योद्धाओं को संक्रमण से बचने के लिए मानकों के अनुरूप आवश्यक सुरक्षात्मक उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं लेकिन अपने यहां कार्यरत चिकित्साकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इससे वे और प्रेरित होंगे और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में डटे हमारे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों का भी मनोबल बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में हर तरह की सावधानी रखी जाए और संक्रमण से उनकी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि हमारे कोरोना योद्धा स्वयं के जीवन को खतरे में डालते हुए पूरी निष्ठा और तत्परता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं और हमें उन पर गर्व है लेकिन हमारा भी दायित्व है कि कार्यस्थल पर समुचित सुरक्षागत उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
दीप्ति
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)