जयपुर, 23 मार्च राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में अचानक फिर बढ़ोतरी होने पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राज्य पहले की तरह इस वायरस से सुरक्षित बना रहे इसके लिए जरूरी है कि टीकाकरण पर जोर देने के साथ ही नये दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन हो।
गहलोत ने कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने अब तक कोरोना वायरस का बेहतरीन प्रबंधन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में राजस्थान मॉडल की सराहना हो रही है। हमारा प्रदेश इसी तरह सुरक्षित बना रहे, इसके लिए जरूरी है कि टीकाकरण पर जोर देने के साथ ही नये दिशानिर्देशों की प्रभावी पालना हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीते एक साल से कोरोना योद्धाओं ने पूरे समर्पण से प्रदेश को कोरोना संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कहीं ऐसा न हो कि हमारी जरा-सी लापरवाही से उनकी यह मेहनत बेकार चली जाए।’’
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के सम्बन्ध में अध्ययन के लिए चिकित्सकों का एक समूह बनाया जाए, जो सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का समुचित अध्ययन करके ऐसी रणनीति तैयार करे, जिससे राजस्थान इसके प्रकोप से बचा रह सके।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि राजस्थान कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण में देश में मिसाल बनकर उभर रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप लोगों को जागरूक करके टीकाकरण का प्रतिशत और अधिक बढ़ाया जाए।
चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि कुछ दिनों में लगातार संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में प्रतिदिन औसतन संक्रमित मामलों की संख्या 300 से बढ़कर 600 के आसपास पहुंच गई है जिसे देखते हुए नमूने लेना भी 35 हजार प्रतिदिन तक कर दिया गया है।
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