देश की खबरें | भारत-पाक तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में 'ब्लैकआउट' के लिए परामर्श जारी

बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), नौ मई भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक परामर्श जारी किया।

परामर्श में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे संभावित हवाई हमले की स्थिति में जोखिम को कम करने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में पूर्ण 'ब्लैकआउट' सुनिश्चित करें।

बिलासपुर की सीमा पंजाब से लगती है, जो एक सीमावर्ती राज्य है और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बाद से इस राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, रात के समय सभी लाइटें, चाहे बाहर की हों या भीतर की, बंद कर देनी चाहिए, जबकि परामर्श में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।

परामर्श में कहा गया है कि किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा बलों के कार्य में बाधा न आए, इसके लिए रात के समय वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जानी चाहिए।

परामर्श में कहा गया, "यह परामर्श जनहित में जारी किया गया है। प्रशासन सभी लोगों से इसका सख्ती से पालन करने का अनुरोध करता है। ऐसी स्थितियों में संयम और सतर्कता सबसे प्रभावी सुरक्षा कवच हैं।"

इस बीच, शुक्रवार को ऊना जिले में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए, जिसके लिए बृहस्पतिवार देर रात एक अधिसूचना जारी की गई।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पाकिस्तानी सेना ने सात-आठ मई की रात को अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बुधवार को नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

img