इंदौर में कांग्रेस का ‘‘नोटा’’ पर जोर, भाजपा ने कहा-‘‘नकारात्मक पैंतरों पर उतरा विपक्षी दल’’
इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के ऐन मौके पर अपना नाम वापस लेने के कारण इस पार्टी के दौड़ से बाहर होने के बाद चुनावी समीकरण आमूल-चूल बदल गए हैं.
इंदौर (मध्यप्रदेश), 2 मई : इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के ऐन मौके पर अपना नाम वापस लेने के कारण इस पार्टी के दौड़ से बाहर होने के बाद चुनावी समीकरण आमूल-चूल बदल गए हैं.
बम के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने पर भड़के कांग्रेस नेताओं ने मतदाताओं से खुलकर अपील करनी शुरू कर दी है कि वे भाजपा को सबक सिखाने के लिए 13 मई को होने वाले मतदान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर ‘‘नोटा’’ (उपरोक्त में से कोई नहीं) का विकल्प चुनें. यह भी पढ़ें : राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खरगे लिखित में दें जवाब, क्या वह धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं: भाजपा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने बृहस्पतिवार को ‘‘पीटीआई-’’ से कहा, ‘‘इंदौर के मतदाताओं ने पिछले नगर निगम चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों में भाजपा को बम्पर जीत दी है. फिर भी भाजपा ने इंदौर में बम को अपने पाले में अनुचित तरीके से खींचकर लोकतंत्र की हत्या कर दी. ऐसे में मतदाताओं को नोटा के इस्तेमाल से भाजपा को जोरदार जवाब देना ही चाहिए."