देश की खबरें | श्रीनगर और जम्मू में कांग्रेस के राजभवन तक मार्च को पुलिस ने विफल किया

श्रीनगर, 18 दिसंबर पुलिस ने बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को श्रीनगर और जम्मू में राजभवन तक मार्च निकालने से रोक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का देशव्यापी प्रदर्शन गौतम अदाणी को 'बचाने' की भाजपा की नीति, मणिपुर में शांति बनाए रखने में उसकी 'विफलता' और जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने समेत कई मुद्दों को लेकर किया जा रहा था।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ता एमए रोड स्थित जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) मुख्यालय पर एकत्र हुए लेकिन जैसे ही उन्होंने राजभवन की ओर बढ़ने की कोशिश की पुलिस ने पार्टी कार्यालय का गेट बंद करके उन्हें अंदर ही रोक दिया।

कांग्रेस नेताओं ने संवाददाताओं को बताया कि यह विरोध प्रदर्शन अरबपति उद्योगपति अदाणी और उनके सहयोगियों को 'बचाने' की भाजपा की नीति के खिलाफ था, साथ ही मणिपुर में शांति बनाए रखने में उसकी 'विफलता' के खिलाफ था, जहां लगातार रक्तपात हो रहा है।

एक कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, "हमने राजभवन तक मार्च करने की योजना बनाई थी, लेकिन प्रशासन ने हमें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया। हमें (पार्टी कार्यालय का) गेट पार करने की अनुमति नहीं दी गई।"

उन्होंने आरोप लगाया, "हम चाहते हैं कि अदाणी को गिरफ्तार किया जाए, क्योंकि वह कश्मीर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में भी बड़े घोटाले में शामिल हैं।"

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अदाणी के लेन-देन की जांच के लिए संसद की एक संयुक्त समिति के गठन की भी मांग की।

जम्मू में, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया जिसका उद्देश्य अन्य मुद्दों के अलावा जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में हो रही देरी की ओर ध्यान आकर्षित करना था।

पूर्व मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता राजभवन तक मार्च के लिए शहीदी चौक स्थित पार्टी मुख्यालय में एकत्र हुए।

कर्रा ने संवाददाताओं से कहा, "हमने गौतम अदाणी प्रकरण, मणिपुर में हिंसा और राज्य की मांग जैसे मुद्दों को उजागर करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन किया। हमारा इरादा राजभवन पर विरोध प्रदर्शन करने का था, लेकिन पुलिस ने हमें (वहां पहुंचने से) रोक दिया।"

उन्होंने प्रशासन की भी आलोचना की और कहा कि पुलिस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों को भी दबा रही है।

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